कर्नाटक विधानसभा ने बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर डॉ. मनमोहन सिंह बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी करने संबंधी विधेयक पारित किया है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह को यह सम्मान बैंगलोर के तकनीकी विकास और बुनियादी ढाँचे में उनके योगदान के लिए दिया गया है।
कर्नाटक विधानसभा ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर डॉ. मनमोहन सिंह बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी करने संबंधी विधेयक पारित किया है। यह निर्णय बैंगलोर के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के महत्वपूर्ण योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है। उनके कार्यकाल में बैंगलोर में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ पूरी हुईं और शहर प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में उभरा। कर्नाटक राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम 2025 के तहत, सभी आधिकारिक अभिलेखों और दस्तावेजों में विश्वविद्यालय का नाम बदल दिया जाएगा।
पूर्व प्रधानमंत्री ने बैंगलोर मेट्रो के प्रारंभिक विकास में भी योगदान दिया था।
आपको बता दें कि अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह ने बैंगलोर को एक आधुनिक और तकनीकी केंद्र बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। वर्ष 2006 में, उन्होंने बैंगलोर-इलेक्ट्रॉनिक सिटी एलिवेटेड हाईवे की नींव रखी, जो शहर को उसके आईटी केंद्र और औद्योगिक क्षेत्रों से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। इसके अलावा, उनकी सरकार ने बेंगलुरु-नेलामंगला NH4 सड़क को 6 लेन तक चौड़ा करने और उसमें 4 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हिस्सा बनाने में भी योगदान दिया। साथ ही, बेंगलुरु मेट्रो के शुरुआती विकास को भी उनके नेतृत्व में सहयोग मिला, जो आज शहर की शहरी गतिशीलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक देश का नेतृत्व किया
विश्वविद्यालय का यह नामकरण डॉ. सिंह के विजन और बेंगलुरु को एक आधुनिक महानगर बनाने के उनके प्रयासों का प्रतीक माना जा रहा है। आपको बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 2004 से 2014 तक देश का नेतृत्व किया। एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और सौम्य स्वभाव के नेता के रूप में जाने जाने वाले डॉ. सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों और बुनियादी ढाँचे के विकास में कई बड़े कदम उठाए।