डबरा (बेजोड रत्न ब्यूरो)। आरजेआईटी संस्थान टेकनपुर में मंगलवार को सायबर जागरुकता कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य सायबर अपराध और दैनिक जीवन में होने वाले ऑनलाईन अपराध पर जागरुकता और विचार ओर जानकारी दी गई जिसमें संस्थान के मुख्य प्रशासकञ्चडीआईजी सीमा सुरक्षा बल अजित कुमार मुख्य रूप से उपस्थित थे।
छात्रों को अत्यंत रोजक ढंग से सायबर क्षेत्र में अपराधों एवं उनसे बचने के उपाय बतायें......
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता राजेश दण्डोतिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ऑनलाईन शॉपिंग, सेक्टॉर्सन, जॉब फोड, ऑनलाईन बैंक फ्रॉड ऑनलाईन केवायसी, सोशल मीडिया स्टॉकिंग, सैल्फी जीपीएस ट्रेकिंग जैसे मुख्य फर्जीवाड़ों से बचने हेतु विषयों पर बहुत ही सहज और सरल तरीकों से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने देश विदेश की केस स्टडीज के माध्यम से छात्रों को अत्यंत रोजक ढंग से सायबर क्षेत्र में अपराधों एवं उनसे बचने के उपाय बतायें। छात्रों को कैरियर के क्षेत्र में मार्गदर्शन करते हुए श्री दण्डोतिया ने कहा कि न्यूटन का तृतीय नियम अर्थात् क्रिया के अनुरूप प्रतिक्रिया का प्रकृति में सभी जगह पर पालन होता है, अत: मेहनत और लगन से किये गये प्रयासों का प्रतिफल निश्चित है। श्री दण्डोतिया ने अपने अनुभव और उपलब्धियों को एक रनिंग कमेंट्री की तरह प्रस्तुत किया......
उन्होंनें छात्रों को सदैव अपने लक्ष्य के प्रति जागरुक रहने की सपथ दिलाई और बताया कि अति निराशा के क्षणों में भी कोई भी गलत कदम न उठायें और वे स्वयं व्यक्तिगत रूप से उनका मार्गदर्शन और सहयोग करने हेतु सदैव उपलब्ध हैं। आरजेआईटी मुख्य प्रशासक अजित कुमार पि डीआईजी सीमा सुरक्षा बल ने कहा कि श्री दण्डोतिया ने अपने अनुभव और उपलब्धियों को एक रनिंग कमेंट्री की तरह प्रस्तुत किया और इससे छात्रों को सायबर सुरक्षा और कैरियर निर्माण में बहुत सहायता मिलेगी। ये रहे उपस्थित.........
छात्र एवं छात्राओं के साथ-साथ इस कार्यक्रम में डॉ चेतन पाठक, डॉ रश्मि शाह, डॉ मनोज शर्मा, प्रोफेसर केके गौतम, डॉ पूनम बाजपेयी, प्रोफे. महेन्द्र पांडे, डॉ जगदीश माखीजानी, प्रोफे. अभिषेक चक्रवर्ती, अनिल श्रीवास्तव, हरीश बाथम, वेद प्रकाश, आनंद संत, दयांशकर श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ उमाशंकर शर्मा ने धन्यवाद एवं आभार प्रस्ताव प्रस्तुत किया, कार्यक्रम का संचालन प्रोफे. अभय तिवारी ने किया।