डबरा (बेजोड रत्न)। ग्राम मस्तूरा में प्राचीन श्री हनुमान मंदिर पर दीक्षित परिवार द्वारा श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ बुधबार को हुआ। सुबह नौ बजे बड़ी संख्या में श्रद्धालु आयोजक के यहां एकत्रित हुए जहां से कथा स्थल श्री हनुमान मंदिर भव्य कलश यात्रा निकाली गई। बैण्ड बाजे के साथ शुरू हुई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में छोटे-छोटे बच्चे, युवती व महिलाओं ने हिस्सा लिया। कलश के साथ महिला पुरुषों ने बाजे-गाजे के साथ कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा में सबसे आगे भागवत जी को सर पर रखे परीक्षित चल रहें थे। कलश यात्रा में पीले वस्त्र धारण की हुई कन्याएं व महिलाएं सिर पर कलश धारण किए हुए मंगलगीत गाते हुए चल रही थीं। कलश यात्रा का जगह- जगह स्वागत किया गया।
राधे-राधे के उद्घोष से माहौल भक्ति के रस में डूब गया..........
वहीं जगह-जगह लोगो ने गुरूदेव के जयकारे के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के जयकारे से वातावरण गुंजायमान हो गया। राधे-राधे के उद्घोष से माहौल भक्ति के रस में डूब गया। इसके बाद मंत्रोच्चारण के बीच पुरोहितों द्वारा कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। भागवताचार्य पं नंदकिशोर दीक्षित ने विधिविधान पूर्वक पूजन संपन्न कराया। शास्त्री जी व्यास पीठ पर आसन होने के पश्चात् माल्यापर्ण कर, उपरणा (शाल) ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
धुंधकारी चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मसात कर लेें.........
वहीं माहात्म्य पर बोलते हुए पंडित नंदकिशोर दीक्षित ने कहा कि माहात्म्य ज्ञान के बिना प्रेम चिरंजीव नहीं होता, अस्थायी हो जाता है। धुंधकारी चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मसात कर लेें तो जीवन से सारी उलझने समाप्त हो जाएगी। पहले दिन की कथा में आयोजक गोपाल प्रसाद दीक्षित, चतुर्भुज दीक्षित, महेश दीक्षित, अरुण दीक्षित, पुरुषोत्तम दीक्षित, मनोज दीक्षित, अनिल दीक्षित, जितेंद्र दीक्षित, पुलिस उप निरीक्षक जगदंबा मिश्रा, सतीश चैधरी (ईटमां), उमंग शर्मा, पवन शर्मा (निवि), नीरज मिश्रा, संदीप मिश्रा, देवेश मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।