- चौकी पंचायत में असल मजदूरों को किया दरकिनार, झांसी की लेबर बना रही मनरेगा तालाब

चौकी पंचायत में असल मजदूरों को किया दरकिनार, झांसी की लेबर बना रही मनरेगा तालाब

चौकी पंचायत में असल मजदूरों को किया दरकिनार, झांसी की लेबर बना रही मनरेगा तालाब
-ग्राम पंचायत चौकी में सरपंच के ईशारे पर सचिव, जीआरएस सहित इंजीनियर कर रहे मनरेगा में घोटाला, सिर्फ पैसा आहरण करने के लिए खोलो ग्रामीणों के खाते
-सरपंच ने नियम विरुद्ध झांसी की लेबर लगाकर, तालाब का कराया जा रहा निर्माण, गांव के मजदूरों को रोजगार न मिलने से कर रहे पलायन
-शशिकांत गोयल/बेजोड़ रत्न/भिंड
भिण्ड। ग्राम पंचायतों में प्रशासन लगातार दावे कर रहा है कि मजदूरों को रोजगार दे रहा है। लेकिन अब मजदूर ही प्रशासन के इन दावों की पोल खोल रहे है। ऐसा ही एक मामला अटेर क्षेत्र की ग्राम पंचायत चौकी से निकलकर आया है जहां गांव के मजदूरों से काम कराने की वजह मनरेगा योजना में झांसी उप्र की लेबर से सरपंच काम करा रहे हैं और इस भ्रष्टाचार पर रोकने के लिए सरकारी कर्मचारी पंचायत में नियुक्त है वह भी तमाशबीन बनकर सरपंच के गड़बड़ झालों में साथ देने में लगे हुए हैं। 


इस तरह की शिकायत जब बेजोड़ रत्न को मिली तो पंचायत चौकी मेंं धरातल की स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार सुबह 10 बजे टीम पहुंची जहां सरपंच ने ''नवीन तालाब हिंगोटिया के पासÓÓ और दूसरा ''तालाब निर्माण-वीरेन्द्रसिंह के कुआ के पासÓÓ दिखाया गया था, जिस समय रिपोर्टर ने कैमरे में साक्ष्य एकत्रित किये तो कोई भी गांव की लेबर नहीं मिली। सिर्फ सड़क के किनारे जो तालाब निर्माण चल रहा था वहां भी पंचायत की लेबर नहीं उप्र झांसी के लगभग एक दर्जन से अधिक लेबर काम कर रही थी और पंचायत का सिंगल मजदूर नहीं था। इस पंचायत के सरपंच, सचिव व जीआरएस नहीं चाहते हैं कि पंचायत के लोगों को रोजगार मिले तभी तो झांसी उप्र की लेबर लगाकर मनरेगा तालाब बनाया जा रहा है और इस खेल में इंजीनियर भी मिले हुए हैं जो कामों को आंख बंदकर पास करने में लगे हुए हैं।


138 मजदूरों के नाम से डाले फर्जी मस्टर
सरपंच के ईशारोंं पर सचिव, जीआरएस ने मिलकर रविवार को मनरेगा योजना के तहत दो तालाबों पर कुल 138 लेबर काम करते हुए दिखाया गया है, जबकि संबंधित मजदूरों से हकीकत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, साहब मुझे पता नहीं कहां काम चल रहा है और मुझे यह भी पता नहीं कि आज रविवार को उन्हें मजदूर बनाया गया है रिपोर्टर ने लगभग दो दर्जन लोगों से चर्चा की और किसी ने काम के बारे में नहीं बता पाया। जिससे सिद्ध होता है इन मजदूरों को फर्जी तरीके से इस्तमाल कर शासन के पैसों के साथ खुली लूट की जा रही है।
हम झांसी से और सरपंच ने मुझे ठेका दिया है
चौकी पंचायत में सड़क के किनारे एक मनरेगा योजना के तहत तालाब निर्माण चल रहा है जहां एक दर्जन से अधिक झांसी की लेबर काम कर रही थी, जब उनसे पूछा गया कहां से आये हो तो उन्होंने साफ बोल दिया, हम बाहर झांसी उप्र से है और सरपंच से मेरी जान पहचान थी, इसलिए काम मुझे दे दिया है। अब सवाल यह उठता है कि सरपंच द्वारा बनाये गये मनरेगा मजदूरों को रोजगार कब मिलेगा या फिर काम की तलाश में अन्य राज्यों में पलायन करते रहेंगे। जल्द ही अफसरों पंचायत में अलस मजदूरों के साथ हो रहे छलाबे पर रोक नहीं लगाई तो पंचायत के मजदूर 100 दिन के रोजगार से भी वंचित हो सकते हैं।
इनका कहना है:
लेबर तो पंचायत की काम कर रही है फिर भी बाहर की लेबर है तो सरपंच से बोलकर हटा देंगे।
-सुमन बघेल, सचिव ग्राम पंचायत चौकी
मुझे आपके द्वारा जानकारी मिली है हम मामले की जांच कराकर कार्यवाही करेंगे।
-प्रमोदसिंह तोमर, जिला मनरेगा अधिकारी भिंड


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