सहारनपुर । राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि भारत में एक विशेषता है कि वह पूरी दुनिया को धर्म की राह दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में एक विशेषता है कि वह पूरी दुनिया को धर्म की राह दिखा रहा है। भले ही पंथ ओर सम्प्रदाय अलग अलग हों, लेकिन काम सभी एक ही कर रहे हैं। धर्म सभी को जोड़कर रखता है।सहारनपुर जनपद के सरसावा में श्री कृष्ण मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में गुरुवार को देश भर से साधु-संत जुटे। वहीं सर संघचालक मोहन भागवत बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे।
अपने सम्बोधन में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि धर्म साश्वत है, अगर यह खत्म हुआ तो श्रृष्टि भी खत्म हो जाएगी। इसलिए कुशलतापूर्वक कार्य करें। कभी भी अपने अंदर अंहकार मत लाओ। पवित्रता जरूरी है। भागवत गीता में भारत के जीवन का निचोड़ है। व्यक्ति को श्रद्धा, दान और त्याग की भावना रखनी होगी। जो भी करो वह उत्तम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन मे आने वाली परिस्थितियों से भागना नहीं है, इनका मुकाबला करो। यदि भाग गए तो जिंदा होते हुए भी मौत के समान है। प्रकृति के साथ चले, यह धर्म की आवश्यकता है। दुनिया मे ऐसे भी लोग हैं जो दुष्ट हैं, उनसे घबराना नहीं है। हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है। सभी को साथ लेकर चले।
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