- सुरक्षा मानकों का पालन और नियंत्रित वाहन ग‎ति सड़क दुर्घटना से बचने का उपाय :‎रिपोर्ट

सुरक्षा मानकों का पालन और नियंत्रित वाहन ग‎ति सड़क दुर्घटना से बचने का उपाय :‎रिपोर्ट


नई दिल्ली । जयपुर, रायपुर, अहमदाबाद जैसे शहरों में दुर्घटनाओं की संख्या अधिक होने के बावजूद सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। सड़क दुर्घटनाओं पर जारी सड़क परिवहन मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट से स्पष्ट है कि हादसों की संख्या और हादसों में मरने वालों की संख्या में कोई सीधा संबंध नहीं है।यात्रा के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन और नियंत्रित वाहन ग‎ति मौत से बचने का का उपाय है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली भले ही सड़क हादसों में भी देश की कैपिटल बना हुआ हो, लेकिन असल में सड़क हादसों में दिल्ली से ज्यादा जानलेवा तो अपेक्षाकृत कई छोटे शहरों की सड़कें हैं।

संकट में सड़क सुरक्षा: सरकार का कहना है कि दुर्घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि  ने 2022 में 1.68 लाख से अधिक लोगों की जान ले ली, पूरी रिपोर्ट यहां ...

 

 

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई की तुलना में सड़क हादसे में जान जाने की आशंका जयपुर, रायपुर, अहमदाबाद, लखनऊ जैसी राजधानियों की सड़कों की ‎‎‎‎स्थिति के कारण अ‎धिक हैं। दिल्ली में जहां सड़क हादसे में मारे जाने की आशंका करीब 25 फीसदी है, मुंबई में 19 फीसदी, कोलकाता में 9 फीसदी और चेन्नई में 14 फीसदी है वहीं, अहमदाबाद, रायपुर और जयपुर तथा लखनऊ जैसे शहरों में ये आशंका 28 से 43 फीसदी तक है। वहीं इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे शहरों में हादसों की संख्या काफी ज्यादा होने के बावजूद यहां हादसों में मौत की आशंका अपेक्षतय: कम है।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि हादसे में मौत के मामले तब काफी बढ़ जाते हैं जब वाहनचालको ने हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया हो। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में कुल 168491 लोग सड़क हादसों में मारे गए, इनमें 50029 यात्री हेलमेट नहीं पहने हुए थे और 16715 यात्री बिना सीट बेल्ट के थे। इस तरह हादसो में कुल मौतो में ऐसे लोगों की संख्या 39.61 फीसदी थी, जो बिना सुरक्षा उपायों के यात्री कर रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार इसमें भी बिना हेलमेट के ड्राइवरों की जान गंवाने वालों की संख्या 71 फीसदी और बिना सीट बेल्ट के जान गंवाने वाले ड्राइवरों की संख्या 50.2 फीसदी थी।
संकट में सड़क सुरक्षा: सरकार का कहना है कि दुर्घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि  ने 2022 में 1.68 लाख से अधिक लोगों की जान ले ली, पूरी रिपोर्ट यहां ...

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