तेल अवीव। इजरायल हमास युद्ध में करीब 240 लोगों को बंधक बनाया गया है। वे प्रताडि़त हैं और उनकी जान को खतरा है। सौदेबाजी के बीच इनकी रिहाई होती है या नहीं होती है इसको लेकर संशय बना हुआ है।इजरायल की सैन्य खुफिया इकाई और इजरायली सुरक्षा एजेंसी (आईएसए) ने मोटे तौर पर अनुमान लगाया है कि हमास के कब्जे में 7 अक्टूबर को अगवा किए गए 180 बंधक हैं। अनुमान में कहा गया है
कि बंधकों में से 40 फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद की और 20 अन्य इस्लामी समूहों की हिरासत में हैं। देश की खुफिया एजेंसियों ने इजरायल की युद्ध कैबिनेट और इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) को यह जानकारी दी है।जानकारी के अनुसार, इजरायल ने यह जानकारी अमेरिका को दे दी है, जो संकट के समाधान के लिए कतर में मध्यस्थता कर रहा है। इस बीच, व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है
कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल में बंधक बनाये गये लोगों को वापस लाने के लिए मध्यस्थों को राजी करने के लिए गाजा पट्टी में तीन दिन का युद्धविराम करने के लिए इजरायल को पत्र लिखा है। अमेरिका कूटनीति के पहले दौर के तहत कतर के कार्यालयों के माध्यम से 15 बंधकों की रिहाई के लिए मध्यस्थता कर रहा है।हालांकि, सूत्रों के मुताबिक वार्ता में शामिल मध्यस्थों को इस बात पर संदेह है कि हमास का राजनीतिक नेतृत्व बंधकों की रिहाई के लिए सैन्य नेतृत्व को मना पाएगा। इस्माइल हनियेह सहित हमास का अधिकांश राजनीतिक नेतृत्व विदेश में है, जबकि याह्या सिनवार सहित सैन्य नेतृत्व गाजा पट्टी में इजरायली बलों से लड़ रहा है।