अहमदाबाद | मध्य गुजरात के छोटाउदेपुर में भाजपा और कांग्रेस के आदिवासी नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है| दोनों एक-दूसरे पर हमलावर हैं| एक कानूनी कार्यवाही की धमकी दे रहा है तो दूसरा कहता है कि राज्य में जो आवाज बुलंद करता है उसे दबाने का प्रयास किया जाता है| दरअसल छोटाउदेपुर के कांग्रेस नेता अर्जुन राठवा ने सोशल मीडिया के जरिए भारतीय जनजातीय सहकारी विपण विकास महासंघ (ट्राइफेड) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद रामसिंह राठवा पर आरोप लगाए थे| रामसिंह राठवा ने इसका जवाब एक सार्वजनिक मंच से दिया| तेजगढ़ में आयोजित भाजपा के स्नेह मिलन समारोह में रामसिंह राठवा ने अर्जुनसिंह राठवा का नाम लिए बगैर उन्हें आड़े हाथ लिया| रामसिंह राठवा ने कहा कि अर्जुन राठवा लोगों को गुमराह करने से बाज आएं|
साथ ही रामसिंह राठवा ने अर्जुन राठवा के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की भी चेतावनी दी| रामसिंह राठवा ने अर्जुन राठवा का नाम लिए बगैर कहा कि पता उनके पास दिमाग है या नहीं| अगर दिमाग होता तो इस प्रकार बयानबाजी नहीं करते| रामसिंह के बयान पर पलटवार करने में अर्जुन राठवा ने देर नहीं लगाई| उन्होंने कहा कि रामसिंह राठवा 27 साल तक सांसद रह चुके हैं| स्नेह मिलन समारोह में लोगों को नूतन वर्ष की शुभकामनाएं देने के बजाए केवल और केवल अर्जुन राठवा को गाली देने में समय बर्बात कर दिया| रामसिंह राठवा को ट्राइफेड का प्रमुख रहते हुए जो काम करना चाहिए था वह नहीं किया| वन विकास केन्द्र गुजरात में शुरू करने थे, उसमें असफल रहे| मैंने जो सवाल किए थे, उसका जवाब देने के बजाए रामसिंह राठवा लोगों को गुमराह कर रहे हैं| रामसिंह राठवा एक अनुभवी नेता हैं और बावजूद इसके वह सार्वजनिक मंच से डराने के लिए कानूनी कार्यवाही का बातें करते हैं|
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अर्जुन राठवा ने कहा कि गुजरात में एक ट्रेंड चल रहा है ‘जो आवाज बुलंद करे उसे दबाने की कोशिश की जाती है|’ आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा के साथ क्या जा रहा है? अब मुझे दबाने का प्रयास किया जा रहा है| छोटाउदेपुर में वन विकास निगम में धांधली और नकली कचहरी का पर्दाफाश होने के बावजूद रामसिंह राठवा को गुस्सा नहीं आया| लेकिन मेरे सवालों पर उन्हें गुस्सा आ गया| अर्जुन राठवा ने कहा कि आज आदिवासी को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिलता तब उन्हें गुस्सा नहीं आता| जिले के पुल जर्जर हो चुके हैं, बावजूद इसके रामसिंह को गुस्सा नहीं आता| रामसिंह राठवा को केवल लोकसभा का टिकट चाहिए, लेकिन मेरे आरोपों ने उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है| इसी वजह से रामसिंह राठवा इतना बौखला गए हैं सार्वजनिक मंच से मुझे गालियां दे रहे हैं|