मास्को । रूस में सैनिक परिवारों की महिलाओं ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन दिनों सैनिकों के परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। महिलाएं अपने बच्चों को यूक्रेन से वापस बुलाने की मांग कर ही हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के एक साल 9 महीने का वक्त गुजर चुका है,
लेकिन जंग का कोई समाधान नहीं निकला है। हजारों रूसी सैनिक अभी भी यूक्रेन में जंग लड़ रहे हैं।रूस की राजधानी मॉस्को में बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों के परिवार के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर कहा है कि उनके बेटे और पति वापस चाहिए। इन दिनों सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन के तमाम वीडियो सामने आ रहे हैं। इनमें रूस में जंग लड़ रहे सैनिकों की माताओं, बहनों, बेटियों और पत्नियों ने हिस्सा लेकर नारेबाजी की है। महिलाओं की मांग है कि अब पुतिन को अपना वादा निभाना चाहिए। एक साल पहले घर छोड़कर गए सैनिकों की पत्नियों का कहना है कि उन्हें युद्ध नहीं शांति चाहिए। जल्द से उनकी वतन वापसी कराई जाए।
युद्ध के खिलाफ आंदोलन कर रहीं महिलाओं ने एक वीडियो संदेश में कहा कि हमें शांति चाहिए। यूक्रेन में लड़ने के लिए एक साल पहले गए सैनिकों को अब घर वापस लाना चाहिए। वे ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं? हमारी सेना आज भले ही दुनिया की सबसे अच्छी सेना बन गई हो, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस सेना को अंतिम सैनिक तक वहीं रहना चाहिए। आंदोलन कर रही महिलाओं ने कहा कि हमारे बच्चों ने देश के लिए वीरता से लड़ाई लड़ी है। अपना खून बहाया है। अब उन्हें परिवार के पास लौट आना चाहिए।