नई दिल्ली । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हिंदी पट्टी राज्यों को लेकर सांसद सेंथिल कुमार द्वारा किये आपत्तिजनक टिप्पणी पर फटकार लगाते हुए कहा कि हमने हमेशा सार्वजनिक टिप्पणी करते वक्त सम्मानजनक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया है। डीएमके नेता आरएस भारती के अनुसार, सांसद ने एक बयान जारी कर अपनी टिप्पणी पर सार्वजनिक माफी मांगी है। बता दें, डीएमके सांसद ने हिंदी पट्टी राज्यों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस ने भी डीएमकी सांसद की टिप्पणी का विरोध किया है।
सेंथिल ने एक बयान जारी कर अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगी है। उन्होंने जानबूझकर टिप्पणी नहीं की थी। हमें द्रमुक संस्थापक सीएन अन्नादुरई के कर्तव्य-गरिमा-अनुशासन के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। हमें व्यक्तिगत राय बनाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पांच विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टिप्पणी की
गौरतलब है कि दरअसल, डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस. ने लोकसभा में मंगलवार को हिंदी भाषी राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा केवल हिंदी पट्टी वाले राज्यों में ही जीत दर्ज कर सकती है। इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी राज्यों में चुनाव जीतना है। सेंथिल कुमार मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। अपने भाषण के दौरान वे दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भाजपा के प्रदर्शन पर भी बोले। हालांकि, बाद में सेंथिल कुमार एस. ने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि जब मैंने सदन के अंदर बयान दिया तो उस समय गृह मंत्री और भाजपा सदस्य वहां मौजूद थे। यह कोई विवादास्पद बयान नहीं है। मैं अगली बार कुछ अन्य शब्दों का उपयोग करने का प्रयास करूंगा।