भोपाल,। मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री को चुनने के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार 11 दिसंबर को अपराह्न चार बजे बुलाई गई है। बैठक के समय पर्यवेक्षक विधायकों से रायशुमारी करने और शीर्ष नेतृत्व को इससे अवगत कराने का कार्य भी कर सकते हैं। पर्यवेक्षकों की बैठक का क्या स्वरूप होगा, इसे लेकर अब तक स्पष्ट कुछ दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं। इसलिए माना जा रहा है कि पर्यवेक्षक सभी विधायकों से एक साथ बात करने की जगह अलग-अलग समूह बनाकर बातचीत करेंगे। हाईकमान की बात विधायकों तक पहुंचाने के अलावा विधायकों से बातचीत का सार भी हाईकमान को बतलाने का कार्य करेंगे। समझा जा रहा है कि ऐसा करने में कोई परेशानी भी नहीं है,
क्योंकि मध्य प्रदेश में असहमति की आशंका किसी ने अभी तक व्यक्त नहीं की है। वैसे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था। इसके बाद 3 दिसंबर को परिणाम आए थे। चुनाव परिणाम आने के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने अगले मुख्यमंत्री का नाम डिसाइड नहीं किया है। इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरने का भी प्रयास किया है। अब कल 11 दिसंबर को पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक में क्या करते हैं, यह देखने वाली बात होगी। इस बैठक के बाद जो नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर सामने आएगा वह चौंकाने वाला भी हो सकता है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की स्थिति और चुनाव परिणाम
कुल सीट 230, बहुमत: 116
भाजपा : 163
कांग्रेस : 66
अन्य : 1
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मध्य प्रदेश के लिए बतौर पर्यवेक्षक जिनके नाम तय किये हैं उनमें मनोहर लाल खट्टर, के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा शामिल हैं।