नई दिल्ली । भारत की शीर्ष महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू अब विश्वकप से ही वापसी करेंगी। चानू अगले साल फरवरी में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप से भी बाहर रहेंगी। चानू अभी पटियाला में ‘रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया से गुजर रही हैं। वह अगले साल फरवरी में अमेरिका जाकर डाक्टर आरोन होर्शिग से भी सलाह लेंगी हैं। चानू ने कहा, ‘चोट के कारण मैंने विदेश की यात्रा नहीं की।
लेकिन उम्मीद है कि फरवरी में अपने फिजियोथेरेपिस्ट के पास मांसपेशियों की मजबूती और कुछ ‘हाई परफोरमेंस ट्रेनिंग के लिए अमेरिका की यात्रा करूं। उन्होंने कहा, ‘वह मेरी काफी मदद करते हैं जिससे मेरा प्रदर्शन बेहतर भी होता है। विदेशी कोच की जरूरत नहीं है। एक अच्छाफिजियोथेरेपिस्ट आपको अच्छी ट्रेनिंग में मदद कर सकता है।
एशियाई चैम्पियनशिप में नहीं खेलने से चानू की क्वालीफिकेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वह इस समय ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं। पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन नियमों के अनुसार एक भारोत्तोलक को 2023 विश्व चैम्पियनशिप और 2024 विश्व कप (थाईलैंड के फुकेट में 31 मार्च से 11 अप्रैल तक) में हिस्सा लेना अनिवार्य है। इन दोनों टूर्नामेंट के अलावा एक भारोत्तोलक को 2023 और 2024 महाद्वीपीय चैम्पियनशिप, 2023 ग्रां प्री एक और 2023 ग्रां प्री दो में से किसी तीन में हिस्सा लेना जरूरी है।