अयोध्या । भव्य-दिव्य अयोध्या धाम को बनाने में 4115.56 करोड़ की कुल लागत आएगी। इसे वैश्विक पटल स्थापित करने की लगातार तैयारी चल रही है। इसी क्रम में अयोध्या के नव्य-भव्य स्वरूप को मूर्त रूप देने के लिए 50 मेगा प्रोजेक्ट्स को पूर्ण कर लिया गया है। जिससे अयोध्या की उज्जवल झलक दिखने लगी है। पीएम मोदी के 30 दिसंबर को प्रस्तावित दौरे में इन्हीं परियोजनाओं से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण भी किया जाएगा। हालांकि, कई मेगा प्रोजेक्ट्स तीन फेज में निर्माणाधीन हैं जिसमें से फेज-1 का कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि फेज-2 व फेज-3 का कार्य नए वर्ष में जोर पकड़ेगा। फिलहाल, पिछले 5 वर्षों से अयोध्या के सर्वांगीण विकास के प्रति सीएम योगी की प्रतिबद्धता नयाघाट स्थित लता मंगेशकर चौक के तौर पर पहले ही जनता के सामने है, वहीं अयोध्या धाम स्टेशन के फेज-1 की विकास प्रक्रिया समेत कुल 50 मेगा प्रोजेक्ट्स हैं जो बनकर तैयार हैं और अयोध्या में विकास के बदलाव का साक्ष्य दे रही हैं।
एक अधिकारी की मानें तो 1462.97 करोड़ रुपये की लागत से बने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा व 241 करोड़ रुपये से अयोध्या धाम स्टेशन फेज-1 का विकास कार्य उन प्रमुख परियोजनाओं में शुमार है, जिनका लोकार्पण पीएम मोदी द्वारा 30 दिसंबर को अयोध्या दौरे के प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। इसके अलावा, सआदतगंज से नयाघाट तक स्पाइन रोड का 844.93 करोड़ रुपए की लागत से राम पथ के तौर पर विकास किया गया है। इसी प्रकार, राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण कार्य को 245.64 करोड़, शिरोपरि लाइनों को भूमिगत किए जाने के लिए 167 करोड़, नयाघाट पर लता मंगेशकर चौक के विकास के लिए 75.26 करोड़, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग स्थित बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर रेल ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए 74.24 करोड़ खर्च होंगे।
इसी तरह भक्ति पथ के निर्माण को 68.04 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण किया गया है। इन सभी प्रमुख परियोजनाओं के विकास ने अयोध्या में नागरिक व सामुदायिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। एनएच-27 से नयाघाट पुराने पुल तक 65.40 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए गए धर्म पथ की हो, 56.03 करोड़ रुपये की लागत से राम की पैड़ी के मुख्य चैनल की रीमॉडलिंग पुनःरीक्षण परियोजना हो या फिर त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत 47.86 करोड़ रुपये की लागत से सड़कों व नालियों का नव-निर्माण हो, अयोध्या में विकास की परियोजनाएं शहर के कायाकल्प का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं।