नई दिल्ली । गर्मी के मौसम में जिन महिलाओं को अत्यधिक गर्मी पड़ने के कारण मजदूरी पर जाना संभव नहीं होता है। उन महिलाओं को पहली बार तापमान बीमा योजना के अंतर्गत उनकी नुकसानी का भुगतान किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय संस्था क्लाइमेट रेजिलिएन्स फॉर आल (सीआरए) ने भारत में महिलाओं के लिए काम करने वाली संस्था सेल्फ एंप्लॉयड वुमेन संगठन के साथ मिलकर बीमा योजना शुरू की है। पहली बार महिला मजदूरों को सीधे भुगतान किया गया है। जिनकी आय अत्यधिक गर्मी के कारण प्रभावित हुई है। ऐसी महिलाओं को बीमा का लाभ दिया गया है। तापमान बीमा योजना के तहत भारत में पहली बार 3 करोड रुपए का भुगतान किया गया है। इस योजना को भारत में आईसीआईसीआई लोंबार्ड के सहयोग से चलाया जा रहा है। मौसमी आपदाओं से प्रभावित होने वाले कमजोर तबकों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस बीमा योजना का मकसद,जलवायु परिवर्तन ओर आपदाओं के कारण कमजोर वित्तीय तबको को आर्थिक लाभ पहुंचाना है। भारत में राजस्थान,गुजरात और महाराष्ट्र की महिलाओं को, जहां पर 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान था। वहां की महिलाओं को इसका लाभ दिया गया है। इस योजना का आगे आने वाले समय में सभी राज्यों पर विस्तार किया जाएगा।