न्यूयॉर्क । ऑलराउंडर शिवम दुबे ने अमेरिका के खिलाफ टी20 विश्वकप में 31 रन बनाकर भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं अब शिवम ने कहा है कि यहां की पिच पर खेलना बेहद कठिन था। इस कारण एक समय उन्हें लगा कि जैसे वह रणजी ट्रॉफी खेल रहे हों। शिवम इससे पहले आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में विफल रहे थे। उसको लेकर शिवम ने कहा, मैं अपनी फॉर्म हासिल करने का प्रयास कर रहा था पर मेरे ऊपर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं था और सभी ने मेरा सहयोग और समर्थन किया जिससे मेरा मनोबल बढ़ा। साथ ही कहा, मुझे कभी खुद पर संदेह नहीं रहा। मुझे लगता है कि ये हालात वैसे नहीं हैं जैसे आईपीएल में थे। इसलिए यहां खेलने के लिए अलग रवैये की जरुरत है। इसलिए मैं आज अलग तरह से बल्लेबाजी कर रहा था। शिवम ने आईपीएल की अंतिम पांच पारियों में सिर्फ 36 रन बनाए थे। विश्व कप में पहले ओर दूसरे मैच में भी वह नाकाम रहे थे। उन्होंने कहा, ऐसा लगा जैसे रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं। साथ ही कहा कि हालात तय करते हैं कि आप यहां कैसे खेलना चाहते हैं। छक्का मारने के लिए आपको अपना सर्वश्रेष्ठ शॉट खेलना होगा। आज, मैं उस अवसर का इंतजार कर रहा था। यहां आकर पहली गेंद से ही शॉट खेलना करना आसान नहीं है, इसमें समय लगाने की जरुरत रहती है। साथ ही कहा कि इन पिचों पर बल्लेबाजी करने में मजा न आया हो पर गेंदबाजी करना उन्हें निश्चित रूप से पसंद है।। यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस स्थान पर अपने संघर्ष की कठिन यादों को मिटाना चाहेंगे, उन्होंने कहा, मैं इसे अपनी यादों से नहीं मिटाऊंगा क्योंकि यह मेरा पहला विश्व कप है।