टेस्ला इंक., इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में एक प्रसिद्ध नाम, भारत में एक बड़े विवाद में फंस गया है। देश भर के कई ग्राहकों ने कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 1000 डॉलर का प्री-ऑर्डर दिया था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी उन्हें अपनी कारें नहीं मिली हैं। निराश ग्राहकों ने अब कंपनी से अपना पैसा वापस मांगना शुरू कर दिया है।
टेस्ला ने भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने की घोषणा के बाद, कई उत्साही ग्राहकों ने कंपनी की वेबसाइट पर 1000 डॉलर का प्री-ऑर्डर दिया था। कंपनी ने ग्राहकों को आश्वासन दिया था कि उन्हें जल्द ही अपनी कारें मिल जाएंगी। हालांकि, महीनों बीत जाने के बाद भी कई ग्राहकों को कार की डिलीवरी नहीं हुई है।
ग्राहकों का कहना है कि उन्होंने टेस्ला को कई बार ईमेल और फोन करके कार की डिलीवरी के बारे में पूछा, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कुछ ग्राहकों ने तो यह भी आरोप लगाया है कि कंपनी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।
टेस्ला ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, कंपनी के एक प्रवक्ता ने अनौपचारिक रूप से कहा है कि कार की डिलीवरी में देरी वैश्विक चिप की कमी और आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट के कारण हुई है।
ऑटोमोबाइल विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और ग्राहकों को जल्द से जल्द समाधान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की देरी कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है और भारत में इसके भविष्य पर सवालिया निशान लगा सकती है।
यह मामला भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती है। अगर टेस्ला जैसे बड़े खिलाड़ी भी ग्राहकों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं तो अन्य कंपनियों के लिए भी यह एक चेतावनी है।
टेस्ला ने किया धोखा? 1000 डॉलर का प्री-ऑर्डर और कार का कोई पता नहीं! क्या आप भी टेस्ला के ग्राहक हैं? अपनी कहानी हमें बताएं। #TeslaIndia #EV #ScamAlert