नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत की खबर से हर कोई स्तब्ध है। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने एक एक्स पोस्ट पर भारतीय रेलवे की विफलताओं की स्वतंत्र जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि भगदड़ की जांच एक स्वतंत्र न्यायिक निगरानी एसआईटी से कराई जाए।
हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने घटना की न्यायिक जांच की मांग की। ओवैसी ने कहा कि घटना की जांच एक स्वतंत्र न्यायिक निगरानी एसआईटी से कराई जानी चाहिए।
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में मरने वालों के प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। यह एक टाली जा सकने वाली त्रासदी थी। भाजपा सरकार जो हुआ उसे छिपाने की कोशिश कर रही है।
ओवैसी ने कहा कि इसे छिपाने के बजाय इस त्रासदी की जांच के लिए एक स्वतंत्र, न्यायिक निगरानी वाली एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए। रेलवे की व्यवस्थागत विफलताओं की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि भारतीय रेलवे लाखों लोगों की जीवन रेखा है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के कुप्रबंधन के लायक नहीं है। कुली ने बताई दुर्घटना की वजह रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करने वाले एक व्यक्ति ने घटना बताई।
उसने कहा कि मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं। मैंने पहले कभी इतनी भीड़ नहीं देखी। प्रयागराज स्पेशल ट्रेन को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था। लेकिन बाद में इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद प्लेटफॉर्म 12 और बाहर से आने वाली भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर जाने लगी। इस दौरान यात्री आपस में टकराने लगे। एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने से स्थिति बेकाबू हो गई। कुली ने कहा कि हमने कम से कम 15 शवों को उठाकर एंबुलेंस में डाला। प्लेटफॉर्म पर सिर्फ जूते और कपड़े थे।