शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने राहुल गांधी के 'नरेंद्र सरेंडर' वाले बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान राहुल के बयानों का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने सलाह दी कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राजनीति को किनारे रखना चाहिए।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'सरेंडर' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर घिर गए हैं। भाजपा के बाद अब शिवसेना ने भी उनकी आलोचना की है। शिवसेना नेता और सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने गुरुवार को इस पर कड़ा पलटवार करते हुए पूछा- "क्या राहुल गांधी को इस बात का अहसास है कि उनके बयानों का इस्तेमाल पाकिस्तान के पक्ष में किया जा रहा है?"
शिंदे इस समय मध्य पूर्व और पश्चिम अफ्रीका के चार देशों में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। वहां से उन्होंने राहुल पर राजनीतिक आत्मप्रदर्शन का आरोप लगाया और कहा, "एक जिम्मेदार नेता को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती। उन्हें समझना चाहिए कि उनके बयान का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के खिलाफ किया जा सकता है।"
बता दें कि राहुल गांधी ने पहलगाम में आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के सामने 'आत्मसमर्पण' कर दिया और 'ऑपरेशन सिंदूर' को रोकने पर सहमति जताई।
राहुल के बयानों का पाकिस्तान इस्तेमाल कर रहा है
इस बयान पर कटाक्ष करते हुए शिंदे ने कहा, "क्या विपक्ष के नेता को पता है कि उनकी बातें सीमा पार कैसे गूंज रही हैं? उन्हें शशि थरूर या सलमान खुर्शीद जैसे कुछ कांग्रेस नेताओं से सीखना चाहिए, जिन्होंने देश के मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए मजबूती से बात की है।"
शिंदे ने यह भी कहा कि राहुल गांधी सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री और सरकार पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन इससे सबसे ज्यादा नुकसान देश की छवि को हो रहा है। शिंदे ने साफ शब्दों में कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राजनीति को अलग रखना चाहिए।"