पिछले कुछ सालों में मोमेंटम फंड्स में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह शेयर बाज़ार में आई एकतरफ़ा तेज़ी रही है।
अगर आप म्यूचुअल फंड निवेशक हैं या पहली बार निवेश करना चाहते हैं, तो क्या आप मोमेंटम फंड्स के बारे में जानते हैं? आपको बता दें कि मोमेंटम फंड्स एक तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम है। इस फंड के मैनेजर उन शेयरों में निवेश करते हैं जो तेज़ रिटर्न देने की क्षमता दिखाते हैं। आपको बता दें कि यह एक सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड है। मतलब फंड मैनेजर लगातार यह तय करता रहता है कि किस शेयर में बने रहना है और किससे बाहर निकलना है। यह जोखिम उठाने वाले निवेशकों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एक्टिव मोमेंटम फंड लॉन्च किया है। आप इस एनएफओ में 22 जुलाई तक निवेश कर सकते हैं। इसमें न्यूनतम 5,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है। बाद में आप 1,000 रुपये से निवेश कर सकते हैं।
कुछ सालों में तेज़ी से बढ़ा रुझान
पिछले कुछ सालों में मोमेंटम फंड्स में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह शेयर बाज़ार में आई एकतरफ़ा तेज़ी रही है। बाज़ार की तेज़ी में यह फंड बेहतर प्रदर्शन करता है। इसलिए, मोमेंटम फंड्स ने अपने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है। इसलिए, अगर आप जोखिम उठाने वाले निवेशक हैं, तो ही इस फंड को चुनें।
इन मानकों पर होता है चयन
प्राइस मोमेंटम का मतलब ऐसे शेयरों की पहचान करना है जो पिछले कुछ समय से लगातार बढ़ रहे हैं और जोखिम के हिसाब से अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। इसमें ज़्यादातर तकनीकी विश्लेषण यानी चार्ट और पैटर्न का इस्तेमाल किया जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि तकनीकी चार्ट क्या दिखा रहे हैं। हालाँकि, ट्रेंड में अचानक बदलाव का जोखिम भी रहता है। अर्निंग मोमेंटम में ऐसे शेयरों का चयन किया जाता है जिनकी अर्निंग लगातार बढ़ रही हो या जिनके बारे में विश्लेषकों की राय बेहतर हो रही हो। इसमें फंडामेंटल एनालिसिस यानी कंपनी के कारोबार और मुनाफे पर गहराई से गौर किया जाता है। अच्छी अर्निंग पर आधारित तेजी लंबे समय तक बनी रहती है, क्योंकि जब तक कोई बड़ा नकारात्मक बदलाव न हो, ट्रेंड तेज़ी से नहीं बदलता।
यह भी जानिये:-
कभी-कभी किसी बड़ी घटना का कंपनी की अर्निंग या शेयर की कीमत पर अच्छा या बुरा, बड़ा असर पड़ सकता है। बाज़ार में किसी भी सेक्टर में तेजी आ सकती है, जिससे दूसरे शेयरों को भी मोमेंटम मिलता है। मोमेंटम की खास बात यह है कि यह समय के साथ अपना पैटर्न बदलता रहता है। कभी लार्जकैप, कभी स्मॉलकैप या मिडकैप शेयरों में इसका असर देखने को मिल सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि उस समय ज़्यादा पैसा कहाँ निवेश किया जा रहा है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। किसी भी तरह का निवेश करने या कोई भी वित्तीय जोखिम उठाने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। इंडिया टीवी किसी भी तरह के जोखिम के लिए ज़िम्मेदार नहीं होगा।