वीआईपी इंडस्ट्रीज VI इंडस्ट्रीज सूटकेस और लगेज ब्रांड्स में एक लोकप्रिय ब्रांड है जो लगभग 57 साल पुराना है। वर्ष 1968 में शुरू हुई यह कंपनी अब बिकने जा रही है। इस कंपनी के मालिक दिलीप पीरामल और परिवार ने अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए एक अहम समझौता किया है और इसकी वजह भी बताई है।
एक समय था जब वीआईपी सूटकेस (VIP Industries Stake Sale) की भारी मांग हुआ करती थी, खासकर 80 और 90 के दशक में, चाहे सूटकेस हो या ट्रॉली, वीआईपी इंडस्ट्रीज इस सेगमेंट में स्टार थी। लेकिन, अब इस लोकप्रिय कंपनी का समय इतना खराब आ गया है कि इसके मालिक दिलीप पीरामल (VIP Industries Founder) इसे बेचने जा रहे हैं। दरअसल, दिलीप पीरामल और परिवार ने फर्म में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए विक्रेताओं के एक समूह के साथ समझौता किया है। इस खबर के बाद, वीआईपी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। हालांकि, अब शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
वीआईपी सूटकेस और ट्रैवल बैग उद्योग में एक बड़ा नाम है। करोड़ों भारतीयों के मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि कंपनी के मालिक दिलीप पीरामल इसे क्यों बेचना चाहते हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में इसकी वजह बताई।
वीआईपी का गौरवशाली इतिहास
वीआईपी इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत समेत कई देशों में लगेज, बैकपैक और हैंडबैग बनाने और बेचने वाली एक अग्रणी कंपनी है। भारत के संगठित लगेज बाजार में कंपनी की अच्छी पकड़ है। वीआईपी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के उत्पाद भारत के साथ-साथ 45 से ज़्यादा देशों में उपलब्ध हैं। इस कंपनी की शुरुआत वर्ष 1968 में हुई थी।
दिलीप पीरामल क्यों बेच रहे हैं हिस्सेदारी
दिलीप पीरामल ने इस लगेज कंपनी की शुरुआत की थी और 57 साल बाद भारी मन से उन्होंने इसे बेचने का फैसला किया है। सीएनबीसी आवाज़ बिज़नेस चैनल पर दिलीप पीरामल ने कहा, "पिछले 5 सालों से कंपनी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और उनकी आने वाली पीढ़ी इस व्यवसाय में ज़्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही है, इसलिए उन्होंने कंपनी में अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।" दिलीप पीरामल की दो बेटियाँ हैं, राधिका और अपर्णा। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे इस व्यवसाय को चलाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
वीआईपी इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 6625 करोड़ रुपये है। वहीं, दिलीप पीरामल की नेटवर्थ लगभग 4000 करोड़ रुपये बताई जाती है। दूसरी ओर, इस कंपनी में निवेश करने वाले आम निवेशक भारी नुकसान में हैं और चिंतित हैं। क्योंकि, पिछले 2 सालों से शेयर की कीमत लगातार गिर रही है। 2022 में वीआईपी इंडस्ट्रीज का शेयर 774 रुपये के स्तर पर था और अब कीमत घटकर 467 रुपये पर आ गई है।