- 'अगर कोई मुसलमान सड़क पर 5 मिनट नमाज़ पढ़े तो उसे मार दिया जाता है', कावड़ का ज़िक्र करते हुए वारिस पठान ने कहा

'अगर कोई मुसलमान सड़क पर 5 मिनट नमाज़ पढ़े तो उसे मार दिया जाता है', कावड़ का ज़िक्र करते हुए वारिस पठान ने कहा

वारिस पठान ने कहा कि संविधान का गला घोंटा जा रहा है। एक तरफ कावड़ यात्रा के लिए रास्ता पूरी तरह से खोल दिया जाता है, वहीं दूसरी तरफ लोगों को 5 मिनट भी नमाज़ पढ़ने की इजाज़त नहीं है।
देश भर में कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। कई जगहों पर कावड़ियों के लिए रास्ते बंद कर दिए गए हैं। इस पर राजनीति तेज़ हो गई है। इस बीच, महाराष्ट्र में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता वारिस पठान का एक बयान सामने आया है। उन्होंने भेदभाव का आरोप लगाया है।
वारिस पठान ने कहा, "अगर कावड़ यात्रा के लिए रास्ता बंद किया जाता है, तो हमें और किसी को कोई आपत्ति नहीं है! लेकिन अगर कोई मुसलमान शुक्रवार को 5 मिनट के लिए सड़क पर नमाज़ पढ़ता है, तो उसे लात मारी जाती है! क्या यही इंसाफ़ है? संविधान सभी के लिए समानता की बात करता है।"

'हम किसी की आस्था के ख़िलाफ़ नहीं हैं'

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जब कोई मुसलमान नमाज़ पढ़ता है, तो पुलिस उसे पीटती है और प्रशासन कुछ नहीं कहता, जबकि इतने दिनों से कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि वारिस पठान किसी की आस्था के ख़िलाफ़ नहीं हैं। वह किसी के धर्म के ख़िलाफ़ नहीं हैं, लेकिन यहाँ संविधान के समानता के अधिकार का हनन कैसे हो रहा है।

'संविधान का गला घोंटा जा रहा है'
वारिस पठान ने कहा कि आज संविधान का गला घोंटा जा रहा है। एक तरफ़ कावड़ के लिए रास्ता पूरी तरह से खोल दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ़ पाँच मिनट तक नमाज़ पढ़ने की इजाज़त नहीं है। हमारे साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है?

Comments About This News :

खबरें और भी हैं...!

वीडियो

देश

इंफ़ोग्राफ़िक

दुनिया

Tag