यरुशलम । इजराइल फिलिस्तीनी कामगारों की जगह भारतीयों को रोजगार मिलने वाला है। इजराइल अब भारत के 1 लाख कर्मचारियों की नियुक्ति करने वाला है। एक मीडिया रिपोर्ट पर यकीन करें तो हमास के हमले के बाद इजराइल में काम करने वाले फिलिस्तीनियों को नौकरी से निकाल दिया गया। इसकी जगह इजराइल और भारत सरकार के बीच भारतीयों को नौकरी देने को लेकर चर्चा चल रही है। इस संबंध में इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है
कि गाजा पट्टी इंसानों द्वारा बनाई गई आतंक की सबसे बड़ी जगह है। उन्होंने कहा कि हम बंधकों को वापस लाने के लिए हर मिलिट्री और पॉलिटिकल एक्शन लेंगे। वहीं दूसरी तरफ इजराइली सेना ने दावा किया है कि वो गाजा शहर के केंद्र में पहुंच चुकी है। पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हम गाजा शहर में घुसते जा रहे हैं। हम हमास के उन ठिकानों पर भी पहुंच चुके हैं,
जहां उसने उम्मीद भी नहीं की थी। अगर हिजबुल्लाह इस जंग में घुसा तो ये उसकी सबसे बड़ी भूल होगी।पीएम नेतन्याहू ने कहा कि जब तक बंधक आजाद नहीं हो जाते, जंग किसी भी हालत में नहीं रुकेगी। उन्होंने कहा कि हम गाजा में फ्यूल भी नहीं पहुंचने देंगे। हम हमास और उसकी सत्ता को मिटा देंगे। इस जंग के बाद इजराइल को गाजा से कोई खतरा नहीं होगा। वहीं मंगलवार रात लेबनान से इजराइल पर एक के बाद एक 20 रॉकेट से हमला किया गया। ज्यादातर रॉकेट को आयरन डोम ने इंटरसेप्ट कर दिया। हमले के बाद इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हिजबुल्लाह के हथियार डिपो, रॉकेट लॉन्चिंग पैड, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल सेल सहित कई ठिकानों पर हमले करके उन्हें तहस-नहस कर दिया।