झाबुआ विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने में अभी कुछ दिन ओर शेष हैं, ओर आम लोग चुनाव परिणामों को लेकर अपने अपने तरीके से कयास लगा रहे हैं, इसी बीच झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले विक्रांत भूरिया ने कांग्रेस की जीत का एलान कर जहां सबको चौंका दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी भानू भूरिया ने कांग्रेस के दावे को हवा हवाई बताते हुए कहा कि चुनाव परिणाम आएंगे तो सबके मुगालते दूर हो जाएंगे।
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झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. विक्रांत भूरिया ने झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से अपनी जीत का एलान करते हुए इस संवाददाता को कहा कि हम जीत रहे हैं। विक्रांत भूरिया ने अपनी जीत का श्रेय कांग्रेस के मुख्य चुनावी रणनीतिकार ओर अपने पिता कांतिलाल भूरिया एवं झाबुआ विधानसभा क्षेत्र की जनता सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि मैं झाबुआ विधानसभा क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने पूरे चुनाव में मुझे समर्थन देकर मेरा साथ दिया है ओर परिणामस्वरूप पूरे चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान हुआ है। साथ ही साथ कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं का भी बहुत आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने कांग्रेस की जीत के लिए कंधे से कंधा मिलाकर पूरी प्रतिबद्धता से काम किया। चुनाव को लेकर थांदला ओर पेटलावद विधानसभा क्षेत्र के स्थिति के बारे में पूछे जाने पर डॉ. विक्रांत भूरिया ने कहा कि वहां भी हम जीत रहे हैं।
इधर एक तरफ जहां कांग्रेस प्रत्याशी ने स्वयं अपनी जीत का दावा किया है, वहीं दूसरी तरफ झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने अपने प्रतिस्पर्धी कांग्रेस के विक्रांत भूरिया के दावे को हवा हवाई करार देते हुए कहा कि परिणाम आएंगे तो सबके मुगालते दूर हो जाएंगे। भानू भूरिया ने भी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर चुनाव में सफलता की बात दोहराई है।इस बार के विधानसभा चुनाव बड़े कश्मकश भरे वातावरण में हुए। चुनाव प्रचार के दौरान सभाएं तो अधिक संख्या में नहीं हुई, किंतु दोनों ही मुख्य दलों के कार्यकर्ताओं ने सुनियोजित तरीके से प्रत्यक्ष संपर्क के माध्यम से मतदाताओं को अपनी पार्टी के पक्ष में करने का प्रयास किया, इसीलिए दोनों मुख्य दलों कांग्रेस ओर भाजपा के उम्मीदवारों या फिर नेताओं द्वारा चुनाव के पहले या बाद में कार्यकर्ताओं को ही चुनाव का खास आधार बताया गया, वहीं कार्यकर्ताओं के बल पर ही चुनाव लड़ने ओर जीतने का दावा भी किया गया है।