कि इमरान खान को सत्ताच्युत के पीछे अमरीका की कोई भूमिका नहीं थी। अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लूम ने बलूचिस्तान के क्वेटा का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान को 33 करोड़ रुपए का पैकेज देने की घोषणा की है। इससे पहले ब्लूम ने अक्टूबर में ग्वादर पोर्ट का दौरा किया था। करीब 15 साल तक अमेरिका ने जिस बलूचिस्तान की अनदेखी की, उस प्रांत से अमेरिका का लगाव चौकाने वाला है
क्योंकि यहीं से चीन का इकोनोमिक कॉरिडोर सीपेक गुजरता है।गौरतलब है कि अमरीकी सूत्रों ने कहा था कि अमेरिकी प्रशासन पिछले साल पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाना चाहता था। अप्रैल 2022 में संसद में अविश्वास मत हारने के बाद इमरान खान को सत्ता से बर्खास्त कर दिया गया था। अमेरिका ने उन्हें हटाने के लिए उनके राजनीतिक विरोधियों और पाकिस्तानी सेना की मदद से साजिश रची थी। इमरान खान से मिलने के बाद अमेरिकी राजदूत पूर्व पीएम नवाज शरीफ और पीपीपी के युसुफ रजा गिलानी सहित अन्य नेताओं से मिले। सूत्रों के अनुसार अमेरिका मानता है कि इमरान पाकिस्तान में सबसे लोकप्रिय नेता हैं।