न्यू मैक्सिको । हाल ही में मैक्सिको की संसद में दिखाए गए एलियन की लाश को लेकर फिर चर्चा होने लगी है। डीएनए विश्लेषण के बाद साफ हो गया है कि ये डेड बॉडी किसी इंसानी प्रजाति की नहीं, बल्कि यह पूरी तरह से अज्ञात है, क्योंकि परीक्षण इंसानों के डीएनए से बिल्कुल मेल नहीं खाता है। बता दें कि जाने-माने यूएफओ विशेषज्ञ जैमे मौसन ने दावा किया था कि उन्हें पेरू में एक ममीकृत एलियन के अवशेष मिले हैं, जो दूसरे ग्रह से आया है।
मौसन द्वारा लाई गई शोधकर्ताओं की टीम ने अवशेषों पर डीएनए परीक्षण किया, जिससे पता चला कि 30 प्रतिशत डीएनए अज्ञात है और किसी भी ज्ञात प्रजाति से मेल नहीं खाता है। मौसन का दावा है कि ये निष्कर्ष इन अवशेषों के लिए सबूत है कि ये दूसरे प्रजाति हैं, जो किसी दूसरे ग्रह से आए हैं। हालांकि, शेष 70 प्रतिशत डीएनए संरचना का खुलासा नहीं किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, शवों का नाम क्लारा और मौरिसियो है। नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ मैक्सिको (यूएनएएम) द्वारा इनकी कार्बन डेटिंग की गई, जिससे पता चला कि वे 1,000 साल से अधिक पुराने हैं, उनके तीन अंगुली वाले हाथ हैं और उनके दांत नहीं हैं। मौसन ने बताया कि ये प्रजाति हमारी धरती की नहीं है, यह डायटम खदानों में पाए गए थे, जो बाद में जीवाश्म बन गए। उन्होंने कहा, ‘वे एलियंस हैं या नहीं, हम नहीं जानते, लेकिन वे बुद्धिमान थे और वे हमारे साथ रहते थे। वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक प्रचार तंत्र है। दुनिया में एलियंस का कोई वजूद नहीं है। लाश दिखाए जाने पर वैज्ञानिकों ने दावा किया कि यह प्रचीन डमी हो सकती हैं, जो किसी खास अनुष्ठान के लिए जानवरों की लाशों और अल्पाका खोपड़ी से मिलाकर बनाई गई है।