लखनऊ । विपक्ष के मध्य प्रदेश में भाजपा को चुनाव जीतने से रोकने में विफल रहने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो पार्टियां भाजपा जैसी पार्टी से लड़ना चाहती हैं उन्हें बहुत तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा कि नतीजे जो भी हों राजनीतिक दल उन्हें स्वीकार करेंगे। अखिलेश यादव ने सोमवार को वाराणसी में कहा कि राजनीति में हम लोग निराश नहीं हैं। लोकतंत्र में ऐसे परिणाम आते रहते हैं। मान लीजिए जिस लोकसभा क्षेत्र में मैं बैठा हूं वहां 5 लाख वोटों से भारतीय जनता पार्टी जीत जाती है। इसका मतलब यह नही है कि सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान हो रहा हो। अभी भी बहुत ऐसे लोग हैं, जो निराश हैं। जिन्हें उम्मीद थी उनकी उम्मीद टूटी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में परिणाम आते हैं और जो परिणाम आयेंगे कोई भी राजनीतिक दल उन्हें स्वीकार करेगा, लेकिन लड़ाई लंबी है जिन लोगों को भारतीय जनता पार्टी जैसी बड़ी पार्टी से मुकाबला करना है उन्हें बहुत तैयारी करनी पड़ेगी और अनुशासन में रहकर उनका मुकाबला करना पड़ेगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी बेरोजगारी, महंगाई और किसान हित के मुद्दों पर आगामी लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। इस दौरान उन्होंने हर घर बेरोजगार, मांगे रोजगार नारा देते हुए कहा कि इस नारे के साथ समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जनता के बीच जाएगी। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ता तैयार रहें हम सर्वाधिक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार रोजगार बांटने का सिर्फ नाटक कर रही है। नौकरी मिलने वाले लोगों की यदि पड़ताल कर ली जाय तो हकीकत सामने आ जायेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन पर सपा प्रमुख ने कहा कि मध्यप्रदेश में गठबंधन को लेकर बात बन नहीं पायी, क्योंकि मध्यप्रदेश की परिस्थितियां अलग थीं,
लेकिन लोकसभा चुनाव में क्या स्थिति बनेगी यह आने वाला वक्त ही बताएगा। उधर बलिया में समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने तीन राज्यों के चुनाव परिणाम को लेकर सोमवार को कहा कि चुनाव परिणाम से कांग्रेस को सबक लेना चाहिए। उन्होंने बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती पहले भाजपा से दूरियां बनाएं। शिवपाल यादव ने सोमवार को अपरान्ह जिले के सहतवार कस्बे में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम से कांग्रेस को सबक लेना चाहिए।