नई दिल्ली। चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है। इस हार के बाद इंडिया गठबंधन में दरार आने की खबरें चलना शुरु हो गईं। रही सही कसर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कर दी। इन नेताओं से साफ कर दिया कि बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। इससे सियासी हवा और अधिक गरमा गई। माना जाने लगा कि इस गठबंधन में घमासान और बढ़ेगा। कई नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देना भी शुरु कर दिया। इसी बीच खबर आई है कि राहुल गांधी अपनी छह दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलयेशिया और वियतनाम जाएंगे। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि राहुल की विदेश यात्रा सुनियोजित थी। ऐसे में उनके दौरे पर सवाल नहीं उठना चाहिए। हालांकि विपक्षी गठबंधन इंडिया से जुड़े सहयोगियों का मानना है कि ऐसे में जब पार्टी के साथ गठबंधन संकट में है, तब उन्हें परिपक्वता का परिचय देते हुए यह यात्रा टाल देनी चाहिए थी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 9 दिसंबर से 14 दिसंबर तक इंडोनेशिया सहित चार देशों की यात्रा पर जाएंगे। उनकी विदेश यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। यही नहीं, इसी हफ्ते विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए हैं, जिनमें पार्टी को हिंदी पट्टी के तीन अहम राज्यों-मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में करारी हार झेलनी पड़ी है। इसके अलावा विपक्षी गठबंधन इंडिया में जारी अनबन के कारण पार्टी को बुधवार को होने वाली बैठक टालनी पड़ी है।
इस अहम मौके पर राहुल की विदेश यात्रा पर सवाल उठ रहे हैं। निराशाजनक प्रदर्शन के लिए इंडिया गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस पर मनमानी करने, सहयोगी दलों को अपमानित करने और गठबंधन के लिए गंभीरता नहीं बरतने के आरोप लगा रहे हैं। सहयोगी दलों के कई नेताओं ने सार्वजनिक रूप से इस आशय का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस गठबंधन के प्रति गंभीर नहीं है। हालात को संभालने के लिए बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद को सामने आना पड़ा। नौ दिसंबर सोनिया गांधी का जन्मदिन है। राहुल मां सोनिया का जन्मदिन मना कर विदेश यात्रा पर रवाना होंगे।