इन 8 महीनों में म्युचुअल फंडों ने एक्टिव इक्विटी योजनाओं में 95,800 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया है, जो वित्त वर्ष 2023 की समान अवधि में 90,680 करोड़ रुपये था। नवंबर में एक्टिव इक्विटी योजनाओं में 15,536 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो अक्टूबर की तुलना में 22 फीसदी कम है मगर चालू वित्त वर्ष के औसत से ज्यादा है। नवंबर में सकल निवेश 11 फीसदी कम होकर 38,885 करोड़ रुपये रहा। इन योजनाओं से निकासी लगभग 23,350 करोड़ रुपये रही, जो अक्टूबर में भी करीब इतनी ही थी। बाजार के जानकारों के मुताबिक दीवाली और बैंक में छुट्टियों के कारण संभवत: नवंबर में इक्विटी योजनाओं में निवेश प्रभावित हुआ है।
कई संपत्तियों में आवंटन श्रेणी वाली योजनाओं में निवेश जारी रहा। एसआईपी ने भी नए निवेशक आकर्षित किए। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए और नवंबर में इसमें कुल 17,073 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश हुआ। अक्टूबर में एसआईपी में 16,928 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। इस दौरान 30 लाख से ज्यादा नए एसआईपी खाते खोले गए। म्युचुअल फंड उद्योग की कुल एयूएम 5 फीसदी बढ़कर 49 लाख करोड़ रुपये हो गई और यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से इक्विटी योजनाओं में निवेश का मूल्य बढ़ने की वजह से हुई है।