प्योंगयांग,उत्तर कोरिया। उत्तर कोरिया अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया को डराने में कभी पीछे नहीं रहता है। आए दिन कुछ न कुछ खुरापात करना उत्तर कोरिया में स्थाई मंशा बन गई है। हाल ही में किम जोंग उन की सेना ने इस बार शॉर्ट रेंज के साथ लॉन्ग रेंज मिसाइलें भी छोड़ी है। सेना के मिसाइल टेस्टिंग के बाद दक्षिण कोरिया ने चेतावनी जारी की। टेस्ट के बाद दक्षिण कोरिया ने लॉन्ग रेंज बैलिस्टक मिसाइल होने की आशंका जताई।
किम की सेना आए दिन समु़द्र में मिसाइल की टेस्टिंग करती है और ऐसे में यहां अमेरिका की मुश्किलें बढ़ जाती है, जो कि उत्तर कोरिया का रक्षा सहयोगी है। दक्षिण कोरिया ने इसकी जानकारी अमेरिका और जापान को भी दी है। जापान रक्षा मंत्रालय ने भी बैलिस्टिक मिसाइल की की टेस्टिंग की जानकारी दी है, जो बताया जा रहा है कि जापान के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन के बाहर गिरा है। हालांकि, टेस्टिंग के वक्त क्षेत्र में कोई जहाज नहीं था।
नॉर्थ कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों की मुलाकात पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। धमकी दी थी कि उत्तर कोरिया इसके जवाब में कड़ा रुख अपनाएगा। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि किसी के घायल होने या क्षति की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। उत्तर कोरिया आए दिन दक्षिण कोरिया को धमकाते हुए मिसाइल टेस्टिंग करता है। सैकड़ों मिसाइलें टेस्ट कर चुका है
, जिनमें शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल और लॉन्ग रेंज बैलिस्टिंग मिसाइलों के अलावा इंटरकॉन्टिंनेंटल मिसाइलों की भी टेस्टिंग की है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जानकार मानते हैं कि उत्तर कोरिया के लगातार बढ़ते मिसाइल टेस्ट संभवतः उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरों के मद्देनजर अपनी परमाणु निरोध योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण कोरिया और अमेरिका के कदमों का विरोध था. हाल ही में दक्षिणी कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों ने वाशिंगटन में मुलाकात की है. उत्तर कोरिया की तरफ से ताजा टेस्टिंग माना जा रहा है कि इसी विरोध में की गई है।