भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश के किसान भाईयों को किसान दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है।श्री पटवारी ने किसान दिवस पर किसानों की तकलीफ जाहिर करते हुए कहा कि यह सच्चाई है कि खाद, डीज़ल, कीटनाशकों के दाम बढ़ने से खेती की लागत अब इतनी हो गई है कि समर्थन मूल्य पर फसल खरीद भी घाटे का सौदा हो गई है। इसीलिए, कांग्रेस और भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में धान और गेंहू का समर्थन मूल्य नए सिरे से निर्धारित किया था। भारतीय जनता पार्टी ने धान और गेहूं के समर्थन मूल्य को को ‘मोदी की ग्यारंटी’ के साथ धान के 3100 रूपये और गेंहू के 2700 रूपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य तय किया था।
श्री पटवारी ने कहा कि मुझे विश्वास था बड़े बहुमत से जीतकर आई भारतीय जनता पार्टी बड़ा दिल दिखाकर किसानों के हित की धान और गेहूं पर 3100 और 2700 रूपये समर्थन मूल्य देने की अपनी घोषणा पहली कैबिनेट में ही अमल में लाएगी, लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। मध्यप्रदेश में धान की सरकारी खरीद आज भी 2183 रूपये प्रति क्विंटल से ही की जा रही है, अनुमान है कि इस बार किसान 50 लाख मेट्रिक टन धान सरकार को बेचेंगे।श्री पटवारी ने कहा कि मैं सरकार से आग्रह करना चाहता हूं कि किसानों से किया अपना वादा निभाए, लाडली बहना और किसानों से नफ़रत की नीति को बंद किया जाये। श्री पटवारी ने किसानों से भी आग्रह करते हुए कहा है वे अपनी बची हुई करीब 90 प्रतिशत उपज को बढ़े हुए समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए सरकार पर दबाव जरूर बनाएं, क्योंकि, ‘झूठ का विरोध जरूरी है और मोदी की गारंटी को परखना जरूरी है।’