लंदन । जब भी झील की बात होती है, तो हमारे जहन में गांव के छोटे पानी के स्रोत आता है, लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी झील इतनी बड़ी थी कि उसमें समुद्र भी समा जाता था। हाल में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने दुनिया की सबसे बड़ी झील का नाम घोषित किया है। ये झील आज से करीब एक करोड़ साल पहले अस्तित्व में थी।गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की रिपोर्ट के अनुसार धरती पर अब तक की सबसे बड़ी झील पैराटेथिस थी। ये 1.2 करोड़ साल पहले अस्तित्व में थी।
ये झील यूरोप के आल्प्स पर्वत से लेकर मध्य एशिया के कजाकिस्तान तक थी। उस दौर में ये 28 लाख स्क्वायर कीलोमीटर का एरिया कवर करती थी। इस लिहाज से ये आज के मेडिटेरेनियन सागर से भी बड़ी झील हुआ करती थी। इस झील में 17 लाख क्यूबिक किलोमीटर ब्रैकिश वॉटर था। वैज्ञानिकों ने इस मेगा लेक के बारे में पता लगाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया है। झील के साइज का आंकलन करने के लिए एतिहासिक टेकटॉनिक प्लेट्स के मूवमेंट का आंकलन किया गया। इसके अलावा फॉसिल, पत्थर, और सेडिमेंट आदि को जांचकर ही वैज्ञानिक अंदाजा लगा पाए कि ये झील कितनी बड़ी होगी।
ये झील करीब 50 लाख सालों तक अस्तित्व में रही। करीब 70 लाख वाल पहले इसने अपना एक तिहाई पानी खो दिया साथ ही इसका एरिया भी दो तिहाई तक खत्म हो चुका था। धीरे-धीरे कर के ये पूरी तरह खत्म हो गया था। ब्लैक सी, कैसपियन सी, एरल सी आदि सभी पैराटेथिस से ही निकले हैं। माना जाता है कि पैराटेथिस में ऐसे जीव-जन्तु रहा करते थे जो दुनिया में और कहीं नहीं पाए जाते थे। इस शोध को नीदरलैंड की यूट्रेक यूनिवर्सिटी, ब्राजील की यूनिवर्सिटी ऑफ साओ पाउलो, रशियन अकादमी ऑफ साइंस, सेंकनबर्ग बायोडायवर्सिटी एंड क्लाइमेट रिसर्च सेंटर जर्मनी और रोमानिया की यूनिवर्सिटी ऑफ बूचारेस्ट के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया था।