ग्वालियर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने स्वर्ण रेखा नदी मामले की सुनवाई करते हुए सरकारी अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट की युगल पीठ ने कहा सीवेज का पानी सड़कों पर बह रहा है। अमृत के नाम पर खुराफाती काम कर रहे हो। अधिकारी ऐसा बता रहे हैं कि अमृत काल में स्वर्ग जैसा काम हो रहा है। बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। जिस काम का वेतन लेते हो। वह जिम्मेदारी भी नहीं निभाते हो। हाईकोर्ट ने नाराज होकर कहा, कि कोर्ट को जिस तरीके से मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हो, यह नहीं चलेगा। गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों को जेल भिजवा दूंगा। 2014 से स्वर्ण रेखा रिवाइवल सिविल लाइन बिछाने और मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। कोर्ट द्वारा जब यह पूछा गया इसको बनाने और मरम्मत में कितना पैसा अभी तक खर्च किया गया है। अधिकारी इसका ब्यौरा हाईकोर्ट में नहीं दे सके। इस पर हाईकोर्ट ने कहा यदि आप झूठ बोलेंगे तो आपके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश देंगे। सौंदर्यकरण के नाम पर जनता और हाईकोर्ट को मूर्ख बना रहे हो। उन्होंने नगर निगम के अपर आयुक्त को सुनवाई के दौरान यह भी कह दिया, एक साधारण कर्मचारी बनने लायक नहीं दिखते हो। आप अपर आयुक्त कैसे बन गए। इस मामले की सुनवाई अभी हाईकोर्ट में चल रही है।