BSP प्रमुख मायावती ने वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को बहुत ज़रूरी बताया। उन्होंने बहुजन समुदाय से इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से और जागरूकता के साथ भाग लेने की भी अपील की।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को बहुत ज़रूरी बताया है। उन्होंने बहुजन समुदाय से इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से और जागरूकता के साथ भाग लेने की अपील की। डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस (पुण्यतिथि) के अवसर पर, BSP प्रमुख मायावती ने आज अपने आवास पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर, उन्होंने देश भर में बाबा साहेब के अनुयायियों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि के लिए, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के सभी समर्थकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
बहुजन समुदाय के वोट का अधिकार और शक्ति
मायावती ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, और बाबा साहेब की जयंती और पुण्यतिथि जैसे राष्ट्रीय अवसर हमेशा यह गंभीर सवाल उठाते हैं कि संविधान में निहित मानवीय और कल्याणकारी उद्देश्यों पर आधारित आत्म-सम्मान और गरिमा के "अच्छे दिन" बहुजन समुदाय के लिए आखिरकार कब आएंगे? उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्गों और अन्य वंचित समुदायों के करोड़ों लोगों के लिए समान अवसर और एक सशक्त जीवन आज भी एक सपना बना हुआ है, जबकि बाबा साहेब ने अपने पूरे जीवन में उनके संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए संघर्ष किया।
मायावती ने कहा कि बहुजन समुदाय को अपनी सबसे बड़ी शक्ति – वोट – को पहचानना और उसकी रक्षा करनी चाहिए। इस संदर्भ में, उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा किए जा रहे वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को बहुत ज़रूरी बताया और बहुजन समुदाय से इसमें सक्रिय रूप से और जागरूकता के साथ भाग लेने की अपील की।
राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर कार्यक्रमों की चिंताएं और विवरण
BSP प्रमुख ने कहा कि जातिवादी पार्टियों के शासन में बहुजन समुदाय की वास्तविक प्रगति कभी संभव नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज भी बहुजन समुदाय को सत्ता के केंद्र से दूर रखने के लिए बहकाने, रिश्वत देने, दंडित करने, बांटने और राजनीतिक साजिशों का इस्तेमाल किया जा रहा है। मायावती ने देश में रुपये के तेजी से गिरते मूल्य पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह मुद्दा न केवल आर्थिक बल्कि राजनीतिक महत्व का भी बन गया है।
उन्होंने सरकार से इसे गंभीरता से लेने और ठोस समाधान पेश करने की मांग की। उन्होंने बताया कि लखनऊ में गोमती नदी के किनारे डॉ. भीमराव अंबेडकर सोशल ट्रांसफॉर्मेशन साइट पर और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग डिवीजनों में आयोजित कई कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में फॉलोअर्स इकट्ठा हुए। इसी तरह, पश्चिमी यूपी, दिल्ली और उत्तराखंड से लोग नोएडा में नेशनल दलित प्रेरणा स्थल और ग्रीन गार्डन में बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने के लिए जमा हुए। BSP के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने भी वहां उन्हें श्रद्धांजलि दी।