इंडिगो एयरलाइंस के आसपास चल रहा संकट पिछले कई दिनों से पूरे देश में हलचल मचा रहा है। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मामले पर बयान दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो एक ऑपरेशनल संकट से जूझ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडिगो ने सोमवार को भी 500 फ्लाइट्स कैंसिल कर दीं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा है कि इंडिगो के खिलाफ जांच चल रही है और इस मामले में एयरलाइन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस पूरे मुद्दे पर टिप्पणी की है। सीएम ममता बनर्जी ने इस संकट के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि पायलटों को आराम की जरूरत होती है।
यह यात्रियों का उत्पीड़न है - ममता बनर्जी
कोलकाता एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "यात्रियों को फ्लाइट्स नहीं मिल रही हैं। यह संकट इसलिए हुआ क्योंकि कोई प्लान नहीं था। यह पूरी तरह से आपदा है। इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। उन्हें पहले से ही वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी। मेरा मानना है कि यात्री कोर्ट भी जा सकते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "दो घंटे की फ्लाइट 24-36 घंटे की ट्रेन यात्रा में बदल जाती है। साथ ही, आपको पहले से रिजर्वेशन कराना पड़ता है। यह यात्रियों का उत्पीड़न है। बीजेपी सरकार सिर्फ चुनावों के बारे में सोचती है, जबकि हम लोगों के बारे में सोचते हैं।"
पायलटों को भी आराम की जरूरत है - ममता बनर्जी
इंडिगो की मुश्किलें सातवें दिन में प्रवेश कर गई हैं, जिससे पूरे देश में हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। पायलटों के समर्थन में ममता बनर्जी ने कहा, "मुझे पता है कि ऑपरेशन जारी रखने के लिए कई लोगों को ओवरटाइम करना पड़ रहा है, लेकिन यह कोई समाधान नहीं है। पायलटों को भी आराम की जरूरत होती है। एक वैकल्पिक प्लान होना चाहिए था।"
पूरा मामला यहां समझें
भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो 2 दिसंबर से क्रू ड्यूटी से जुड़े नए नियमों और रेगुलेटरी स्टैंडर्ड में बदलाव के कारण हर दिन सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल कर रही है। इससे देश भर में लाखों यात्रियों को काफी परेशानी हुई है। इस मामले में केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे की जांच कर रही है और एयरलाइन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि दूसरी एयरलाइंस के लिए भी एक उदाहरण पेश किया जा सके।