- अगर चीन और पाकिस्तान समुद्र में कोई चाल चलते हैं, तो 'रोमियो' सबमरीन हंटर उनकी सबमरीन को ट्रैक करके खत्म कर देगा। यह कितना खतरनाक है?

अगर चीन और पाकिस्तान समुद्र में कोई चाल चलते हैं, तो 'रोमियो' सबमरीन हंटर उनकी सबमरीन को ट्रैक करके खत्म कर देगा। यह कितना खतरनाक है?

रोमियो हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल पानी के अंदर दुश्मन की पनडुब्बियों का शिकार करने और उन्हें नष्ट करने और सतह पर मौजूद जहाजों के खिलाफ युद्ध के लिए किया जाता है। इन हेलीकॉप्टरों के लिए भारत और अमेरिका के बीच पांच साल पहले एक डील हुई थी।

MH-60R (रोमियो) एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टरों का दूसरा स्क्वाड्रन गोवा में INS हंसा नौसैनिक अड्डे पर तैनात किया जा रहा है। इन अमेरिकी हेलीकॉप्टरों को बुधवार (17 दिसंबर, 2025) को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी की मौजूदगी में INAS-335 स्क्वाड्रन में शामिल किया जाएगा।

रोमियो हेलीकॉप्टर समुद्र में दुश्मनों का शिकार करेंगे और उन्हें नष्ट करेंगे।

अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाए गए ये मल्टी-मिशन MH-60R हेलीकॉप्टर एंटी-सबमरीन युद्ध (पानी के अंदर दुश्मन की पनडुब्बियों का शिकार करने और उन्हें नष्ट करने) और सतह पर (जहाजों के खिलाफ) युद्ध के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके अलावा, इन रोमियो हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल समुद्र में खोज और बचाव अभियानों में भी किया जाता है। 2020 में, भारत ने अमेरिका के साथ 24 MH-60R हेलीकॉप्टरों के लिए एक डील साइन की थी। इस डील की कुल लागत लगभग 21,000 करोड़ रुपये थी। यह डील तत्कालीन (और वर्तमान) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान फाइनल हुई थी।

भारतीय नौसेना को इन एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टरों की खास ज़रूरत है क्योंकि उसके मौजूदा सी किंग एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टर काफी पुराने हो गए हैं। ये सी किंग हेलीकॉप्टर विमानवाहक पोत INS विक्रमादित्य पर तैनात हैं। नौसेना को स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत के लिए भी इन MH-60R हेलीकॉप्टरों की ज़रूरत है।

रोमियो हेलीकॉप्टर की खासियतें

ये अत्यधिक उन्नत अमेरिकी रोमियो हेलीकॉप्टर हेलफायर मिसाइलों, रॉकेटों और टॉरपीडो से लैस हैं, और ज़रूरत पड़ने पर पानी के अंदर सैकड़ों मीटर नीचे दुश्मन की पनडुब्बियों को नष्ट कर सकते हैं। यही वजह है कि भारतीय नौसेना ने गोवा में तैनात MH-60R हेलीकॉप्टरों के दूसरे स्क्वाड्रन का नाम 'ऑस्प्रे' रखा है। ऑस्प्रे एक प्रकार का समुद्री चील है जो पानी में शिकार करता है और मछलियाँ खाता है।

चीन और पाकिस्तान के लिए मुसीबत

भारतीय नौसेना एविएशन स्क्वाड्रन (INAS) 335 का युद्ध घोष है "सर्वे युद्धेषु जयति," जिसका अर्थ है "सभी युद्धों में विजय।" हिंद महासागर में चीनी और पाकिस्तानी पनडुब्बियों से भारत को लगातार चुनौती मिल रही है, ऐसे में ये रोमियो एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टर इस खतरे का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण मदद करेंगे। नेवी के प्रवक्ता कैप्टन विवेक मधवाल के अनुसार, "MH-60R हेलीकॉप्टरों का दूसरा स्क्वाड्रन नेवी के आधुनिकीकरण और क्षमता बढ़ाने की लगातार कोशिशों में एक अहम मील का पत्थर साबित होगा। रोमियो हेलीकॉप्टरों का पहला स्क्वाड्रन केरल के कोच्चि में तैनात है।"

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