- पूर्व सीएम जयराम ठाकुर का हमला, कांग्रेस सरकार को बताया 'आपदा'

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर का हमला, कांग्रेस सरकार को बताया 'आपदा'

जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर प्राकृतिक आपदा से भी बड़ी आपदा लाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार पर कुशासन, भ्रष्टाचार और राहत कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाया।

व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली राज्य की यह सरकार प्राकृतिक आपदा की तरह ही एक आपदा भी है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान धर्मपुर और चोलथरा में कहा कि दिसंबर 2022 से जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, तब से ये आपदाएँ अपने साथ लेकर आई है।

जब मंत्रिमंडल में केवल दो मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने हमारे समय में खोले गए 2000 संस्थानों को बंद कर दिया और राज्य को आपदा में झोंक दिया। उन्हें काम करते हुए 6 महीने भी नहीं हुए थे, कि इतनी बड़ी आपदा आ गई कि सरकार को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। वे उस आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं थे, जिसका नुकसान राज्य आज भी झेल रहा है।

'पैकेज की घोषणा करके झूठ बोला'

उन्होंने कहा कि अगर केंद्र ने उस समय हमारी मदद नहीं की होती, तो वे हमें मरणासन्न हालत में छोड़ देते। जिस तरह वे झूठ बोलकर सत्ता में आए थे, उसी तरह आपदा के समय भी उन्होंने 4500 करोड़ के पैकेज की घोषणा करके झूठ बोला, जो आज तक लोगों तक नहीं पहुँचा और सिर्फ़ अपने दोस्तों के घर भर दिए। हाल ही में, जब 30 जून की रात को मेरे क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आई, तो मुख्यमंत्री 9 दिन बाद आए, जब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा वहाँ पहुँचे थे।

'अगर हम सरकार पर निर्भर होते, तो लोग भूख से मर जाते'

जयराम ठाकुर ने आगे कहा कि जगत प्रकाश नड्डा वहाँ आए और स्थिति का जायज़ा लिया और मेरे सामने ही मुख्य सचिव को बुलाकर सिराज में तुरंत 1 करोड़ रुपये भेजने को कहा, जबकि हमारा नुकसान 1000 करोड़ से ज़्यादा आंका गया था। 2500-2500 रुपये की तत्काल राहत राशि बाँटने के लिए भी मुख्यमंत्री का इंतज़ार किया जा रहा था। हालात ऐसे थे कि अगर हम सरकार पर निर्भर होते, तो लोग भूख से मर जाते। 500 घर पूरी तरह से तबाह हो गए और 1000 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जो रहने लायक नहीं थे। इस आपदा के बाद आज मेरा क्षेत्र 30 साल पीछे चला गया है। यहाँ भी धर्मपुर 10 साल पीछे चला गया है।

'सरकार में हर जगह लूट मची है'

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि धर्मपुर आज भी वहीं खड़ा है जहाँ महेंद्र सिंह ठाकुर जी ने छोड़ा था। मैं सुन रहा हूँ कि यहाँ भी कांग्रेस विधायक ने मात्र ढाई साल में करोड़ों की हवेली बनवा ली है। ये सज्जन भी बहुत जल्दी में हैं। ये भी एक आपदा है। यहाँ भी एक नेता है जो पंचायत का प्रतिनिधि भी नहीं है, लेकिन सुख की सरकार में उसने एक नहीं, बल्कि तीन-तीन जगहों पर हवेली बनवा ली है। ये आपदा में अवसर है। इस सरकार में हर जगह लूट मची है। सरकार में ऊपर से नीचे तक, सब लूट में लगे हैं। इन्होंने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। सरकारी धन की लूट के लिए मारामारी मची हुई है।

'...लेकिन दोस्तों को नुकसान नहीं पहुँचना चाहिए'
जयराम ठाकुर ने कहा कि यहाँ एक नेता तो टेंडर के लिए भी मारामारी पर उतर आया है और खुद को मुख्यमंत्री का दोस्त बताकर अफसरों को धमका रहा है। यहाँ सिर्फ़ मित्रों का काम हो रहा है। कैबिनेट के मंत्रियों को तो पता नहीं, लेकिन मित्रों को पूरी जानकारी है कि कहाँ क्या हो रहा है। मुख्यमंत्री भी अपने मित्रों को पाल रहे हैं। उन्हें इस बात की बहुत चिंता है कि उनके मित्र नाराज़ हो जाएँ। जनता को तकलीफ़ हो, लेकिन मित्रों को तकलीफ़ नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि मैंने धर्मपुर से एक दिन में 900 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया, लेकिन आज उनके पास पैसे नहीं हैं। मुख्यमंत्री को आज 12 लाख के पटवारखाने का उद्घाटन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मेरे क्षेत्र के एक प्रधान ने कहा था कि हमारा पंचायत भवन 30 लाख की लागत से बनकर तैयार है, अगर आप नहीं आ सकते तो मैं खुद कर दूँगा। मैंने उस समय कहा था कि आप ख़ुशी-ख़ुशी कर लीजिए। मुख्यमंत्री के पद की एक गरिमा होती है, लेकिन यहाँ सब कुछ तार-तार है। सराज आकर मुख्यमंत्री कहते हैं कि जयराम ने सराज में कुछ नहीं किया और शिमला जाकर कहते हैं कि सराज में इतना पैसा खर्च किया गया।

उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है। पेखू बेला सौर परियोजना भ्रष्टाचार का अड्डा है। मैंने जो सुना, वो इन दिनों बाढ़ में डूबा हुआ है। एक ईमानदार इंजीनियर विमल नेगी का बलिदान इस परियोजना में हुए भ्रष्टाचार का नतीजा है। धर्मपुर में एक विधायक की कमी है, हम उसे भी पूरा करेंगे। सराज की आपदा में आपने जो मदद की, उसके लिए मैं सराज की जनता की ओर से आपका आभार व्यक्त करता हूँ।

उन्होंने मज़ाकिया लहजे में कहा कि इस बार आप गलती न करें। इस सरकार में लोगों ने जो उपेक्षा झेली है, उसकी भरपाई हम करेंगे। आज पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। उनके पास पैसा नहीं है और केंद्र से जो भी मिल रहा है, वो सिर्फ़ मित्रों पर लुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2023 की आपदा से निपटने के लिए अब तक केंद्र से आपदा प्रबंधन के लिए 5000 करोड़ से ज़्यादा मिल चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कहते हैं कि कुछ नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के तबादले तो हमने सुने और देखे थे, लेकिन सुक्खू जी ने अब संस्थानों के तबादले की नई परंपरा शुरू कर दी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर कुछ करना है तो नया करो, बेहतर करो, बहुत बड़ा करो, हम उसका स्वागत करेंगे। लेकिन जो काम हो चुका है उसे बिगाड़ने से क्या मिलेगा। वे उन संस्थानों के पीछे पड़े हैं जो पिछले 7 सालों से मेरे विधानसभा क्षेत्र में चल रहे हैं। अब अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को नेरचौक से स्थानांतरित किया जा रहा है जो ठीक नहीं है। इस अवसर पर उन्होंने धर्मपुर के 84 आपदा प्रभावितों को 21 लाख रुपये से अधिक की राहत राशि भी वितरित की जो भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा एकत्रित की गई थी।

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