सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए दिन ऐसी खबरें आती हैं कि बीमार बच्चों, मरीजों को आपातकालीन स्थितियों में भी बिस्तर और इलाज नहीं मिल पा रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को चौपट कर दिया है। मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग में कुव्यवस्था और भारी भ्रष्टाचार है, जिसके कारण लोगों की जान जा रही है।
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में बिस्तरों और आवश्यक सुविधाओं की भारी कमी है। भाजपा सरकार ने नौ सालों में सब कुछ चौपट कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री केवल बयानबाजी तक ही सीमित हैं। वह विभागीय समस्याओं और अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों की जरूरतों के प्रति उदासीन हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए दिन ऐसी खबरें आती हैं कि बीमार बच्चों, मरीजों को आपातकालीन स्थितियों में भी बिस्तर और इलाज नहीं मिल पा रहा है। विभिन्न जिलों से रेफर किए गए मरीज दिन-रात बिस्तरों के लिए भटकते रहते हैं। अंततः थक-हारकर उन्हें निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जहां इलाज के नाम पर उनसे मनमाना शुल्क लिया जाता है। उन्होंने अयोध्या में बिस्तर और ऑक्सीजन न मिलने से एक बच्चे की मौत की खबर का ज़िक्र करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति अक्सर देखने को मिलती है।
कागज़ी आँकड़ों से गुमराह करती है सरकार - अखिलेश यादव
उन्होंने कहा कि अगर यह मामला स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में आ जाए, तो पीड़ित परिवार को उनका बेटा वापस तो नहीं मिल सकता, लेकिन मुआवज़ा देकर वे थोड़ा पश्चाताप ज़रूर दिखा सकते हैं। भाजपा सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति असंवेदनशील है। सरकार कागज़ी आँकड़ों से गुमराह करती है जबकि ज़मीनी हक़ीक़त सरकारी आँकड़ों के उलट है।
गंभीर मरीज़ों को भी बिस्तर और इलाज मिलना मुश्किल - अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि गंभीर मरीज़ों को भी बिस्तर और इलाज मिलना मुश्किल होता जा रहा है। भाजपा सरकार विफल रही है, सरकार हर मामले में विफल रही है। जो मेडिकल कॉलेज बने हैं, उनमें पर्याप्त डॉक्टर और दवाइयाँ नहीं हैं। भ्रष्टाचार और बेईमानी चरम पर है, सरकारी बजट की लूट हो रही है। जनता त्रस्त है और भाजपा सरकार ने प्रदेश को अराजकता की ओर धकेल दिया है। जनता को तभी राहत मिलेगी जब भाजपा सरकार जाएगी।