कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों बिहार में हैं। यहाँ उन्होंने दावा किया कि वोट चुराकर सत्ता में आने वालों को जनता की परवाह नहीं होती, क्योंकि उन्हें जनता के वोट की ज़रूरत नहीं होती।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि 'वोट चुराकर' सत्ता में आने वालों को जनता की समस्याओं की परवाह नहीं होती, क्योंकि उन्हें जनता के वोट की ज़रूरत नहीं होती। राहुल गांधी एक दिन की छुट्टी के बाद गुरुवार को लखीसराय में 'मतदाता अधिकार यात्रा' में शामिल हुए। इससे पहले सुबह राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने शेखपुरा से यात्रा शुरू की और दोपहर में यात्रा लखीसराय पहुँची। बुधवार को यात्रा में विराम था।
राहुल गांधी ने वीडियो शेयर किया
राहुल गांधी गुरुवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के नामांकन में शामिल हुए, जिसके कारण वह दिन में यात्रा के पहले चरण में शामिल नहीं हो सके। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने 'X' पर औरंगाबाद में कुछ युवाओं से मुलाकात का एक वीडियो शेयर किया। राहुल गांधी ने पोस्ट किया, "भारत के प्रिय मतदाताओं, मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूँ - क्या वोट चुराकर बनी सरकार कभी जनसेवा की नीयत रख सकती है? नहीं। उन्हें आपके वोटों की ज़रूरत नहीं है, इसलिए उन्हें आपकी समस्याओं की कोई परवाह नहीं है।" राहुल गांधी ने दावा किया, "आज की स्थिति आपके सामने है। रिकॉर्ड तोड़ बेरोज़गारी के कारण युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है।
सरकार पूंजीपतियों की तिजोरियाँ भर रही है।" कांग्रेस नेता ने कहा, "नीट, एसएससी पेपर लीक जैसे घोटालों ने लाखों छात्रों का करियर बर्बाद कर दिया। सरकार ने मुँह मोड़ लिया। महंगाई आसमान छू रही है, जिससे आम आदमी का जीना मुश्किल हो रहा है। लेकिन सरकार टैक्स बढ़ाती रही।" उन्होंने दावा किया, "रेल दुर्घटनाओं और सड़क, पुल जैसे बुनियादी ढाँचे के टूटने से सैकड़ों निर्दोष लोग असमय मारे गए, लेकिन सरकार ने जवाबदेही तक तय नहीं की।" राहुल गांधी ने कहा, "पहलगाम से लेकर मणिपुर तक आतंक और हिंसा की घटनाएँ हुईं - सैकड़ों लोग मारे गए। सरकार ने ज़िम्मेदारी तक नहीं ली।" नोटबंदी, कोरोना और किसान आंदोलन ने लाखों लोगों की जान ले ली। मदद की बात तो दूर, प्रधानमंत्री ने सहानुभूति तक नहीं दिखाई। क्यों? क्योंकि यह सरकार आपने नहीं चुनी है, बल्कि वोट चुराकर बनाई है।''
उन्हें इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप जिएँ या मरें: राहुल गांधी
उन्होंने जनता से कहा, ''उन्हें इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप जिएँ, मरें या तड़पते रहें। उन्हें पूरा भरोसा है कि जनता वोट दे या न दे, वे चोरी करके फिर से सत्ता में आ जाएँगे।'' राहुल गांधी ने ज़ोर देकर कहा कि एक साफ़-सुथरी मतदाता सूची स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की नींव है। अपने वोट के अधिकार को यूँ ही न जाने दें - क्योंकि आपके सभी अधिकार इसी नींव पर टिके हैं।'' उन्होंने कहा, ''अपनी सरकार चुनें, जो सचमुच आपकी हो, आपकी ज़िम्मेदारी लेती हो और आपके प्रति जवाबदेह हो। अपने वोट से भारत माता और देश के संविधान की रक्षा करें।'' भाषा: हक: नरेश: नरेश: 2108 1759 पटना: ननानन