मेरठ । मेरठ क्राइम ब्रांच-आपराधिक जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) ने साल 2020 में बुलंदशहर के खुर्जा पुलिस स्टेशन में हिरासत में एक दलित व्यक्ति की हत्या में शामिल आठ पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के लिए पत्र लिखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि खुर्जा इलाके के रहने वाले 24 वर्षीय सोनू कुमार 6 दिसंबर, 2020 को अपने गांव की एक लड़की के साथ भाग गए थे।
इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लेकर प्रताड़ित किया था। पुलिस ने 10 दिसंबर 2020 को दोनों युवक-युवती को ढूंढ लिया था। सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन वह लॉकअप में मृत पाए गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने स्टेशन के अंदर खुद को फांसी लगा ली थी। कथित तौर पर पुलिस के दबाव के बाद बिना पोस्टमॉर्टम के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके परिवार ने खुर्जा पुलिस पर हिरासत में उनकी हत्या करने का आरोप लगाकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्याय के लिए याचिका दाखिल की थी। कोर्ट के आदेश के आधार पर आठ पुलिसकर्मियों सहित 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
एफआईआर में खुर्जा पुलिस स्टेशन के एसएचओ मिथिलेश उपाध्याय, दो सब-इंस्पेक्टर, पांच कॉन्स्टेबल और तीन अन्य लोगों को नामित किया गया था। जांच सीबी-सीआईडी मेरठ को सौंपी गई, जिसने आठ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया और तीन को बरी कर दिया। सीबी-सीआईडी एसपी मेरठ अलका सिंह ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के लिए एसएसपी बुलंदशहर और एसएसपी सहारनपुर को पत्र जारी किए गए हैं। सिंह ने कहा, आरोपी इंस्पेक्टर वर्तमान में सहारनपुर जिले में तैनात हैं, जबकि दो सब-इंस्पेक्टर सेवानिवृत्त हो चुके हैं और आगरा में रहते हैं।