अब इस चुनावी सभा को लेकर राजनैतिक गलियारों में लोग कह रहे हैं मंत्री ममता भूपेश का गहलोत की स्वामिभक्ति के चलते पायलट से विरोध है। ऐसे में पायलट का मंत्री ममता भूपेश के क्षेत्र में प्रचार के लिए नहीं आना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। अब ये तो आने वाला समय ही तय करेगा आखिर अशोक गहलोत की चुनावी सभा मंत्री ममता भूपेश के लिए कितनी कारगर साबित हो पाती है। दो दिन पहले अपनी कैबिनेट के सदस्य परसादी लाल मीणा के क्षेत्र लालसोट में भी अशोक गहलोत सभा करके आए हैं।
अब वहां भाजपा की ओर से यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की सभा कराई जा रही है। इसी तरह दौसा में राहुल गांधी व सचिन पायलट की कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में हुई सभा के जवाब में अब भाजपा खेमा वसुंधरा राजे की कल सभा कराने वाला है। दौसा में चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय संघर्ष में बदल चुके एएसपी के राधेश्याम मीणा के समर्थन में पार्टी सुप्रीमो चंद्रशेखर आजाद रावण और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की सभा होने जा रही है। एएसपी कैंडिडेट राधेश्याम नांगल कांग्रेस से बगावत कर दौसा में मंत्री मुरारी लाल को चुनौती दे रहे हैं। ऐसे में दिग्गजों की सभाएं कितनी कारगर हो पाएंगे यह तो परिणाम ही बताएगा।