गया,। बिहार के बोधगया में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय संघ फोरम की शुरुआत हुई। बौद्ध धर्मावलंबियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल में देश विदेश के अनेक विद्वानजन शामिल हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 33 देशों के करीब 2,000 विद्वान अपने विचार रख रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने किया। इस दौरान अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी उपस्थित रहे। इसमें भारत, थाईलैंड,
म्यांमार, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, श्रीलंका, तिब्बत, भूटान, नेपाल, वियतनाम, ताइवान, रूस, मंगोलिया, जापान और कोरिया सहित 33 देशों के 2,000 से ज्यादा बौद्ध विद्वान शामिल हो रहे हैं। बता दें कि आईएसएफ का लक्ष्य विनय नियमों के जटिल पहलुओं पर बातचीत को बढ़ावा देना और 21वीं सदी में बौद्ध धर्म की विकसित भूमिका का पता लगाना है। इसमें बौद्ध धर्म की गहन शिक्षाओं पर चर्चा होगी।
सम्मेलन के अंतिम दिन बोधगया के महाबोधि मंदिर में विश्व शांति के लिए प्रार्थना सभा होगी। कहा जाता है कि बोधगया में ही गौतम बुद्ध को अंतिम ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसलिए इस स्थान का विशेष महत्व है1 तीन दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करने वालों में संघराज, मठाधीश और बौद्ध संस्थानों के प्रमुख लोग शामिल हैं। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पाली, संस्कृत और तिब्बती बौद्ध परंपराओं के अभ्यासकर्ताओं के बीच चल रहे संवाद और सहयोग को बढ़ाना होगा। सम्मेलन का उद्देश्य प्रत्येक परंपरा की अनूठी शक्तियों की सराहना और समझ को विकसित करना बताया जा रहा है।