पूर्व सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि अटल जी की जयंती पर नई सरकार आकार ले रही है। मंत्रिमंडल में अनुभव की भट्टी में पके वरिष्ठ राजनेता और युवा जोश शामिल हैं। मंत्रिमंडल पूरी तरह संतुलित और क्षेत्रीय आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा गया है। पीएम मोदी जी के मार्गदर्शन और सीएम मोहन यादव जी की अगुवाई में नई सरकार प्रदेश को सुशासन देगी। शिवराज सिंह ने आगे कहा, नई सरकार प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मुझे विश्वास है कि नई सरकार संकल्प पत्र के वचनों को पूरा करेगी। सभी मंत्री मित्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। नया मंत्रिमंडल पूरी निष्ठा के साथ जनता की सेवा का नया इतिहास रचेगा।
बता दें कि मप्र में भाजपा ने जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई है उनमें 12 मंत्री ओबीसी कोटा से लिए हैं। इसके अलावा जनरल कैटेगरी से 7, अनुसूचित जाति से 5 और अनुसूचित जनजाति से 4 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रदेश में बीते महीने हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 230 में से 163 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस सिर्फ 66 सीटों पर ही जीत पाई। इसके बाद लगातार इस बात की चर्चा थी कि प्रदेश का मुखिया कौन होगा। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि भाजपा शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। उसके बाद भाजपा ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया और उनके साथ राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाया है।