आजकल घर के अंदर का प्रदूषण, घर के बाहर के प्रदूषण से ज़्यादा ख़तरनाक हो गया है। घरों में इस्तेमाल होने वाली चीज़ें जैसे पेंट, प्लास्टिक, केमिकल, धुआँ और धूल घर के अंदर प्रदूषण का कारण बनते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुँचा सकता है। इस प्रदूषण का असर तब और बढ़ जाता है जब आप 24 घंटे घर के अंदर रहते हैं।
प्रदूषण आज के समय की एक बड़ी समस्या है, जो कई तरह की बीमारियों को न्योता देता है। जब हम प्रदूषण की बात करते हैं, तो लोग अक्सर वायु, जल, ध्वनि या भूमि प्रदूषण की बात करते हैं। प्रदूषण का एक और प्रकार है इनडोर प्रदूषण, जो लोगों के घरों के अंदर पाया जाता है।
लोगों को यह जानकर आश्चर्य होता है कि घर में इस्तेमाल होने वाली चीजें घर के अंदर बाहर के प्रदूषण से ज़्यादा प्रदूषण फैला सकती हैं, जिससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचता है। सच तो यह है कि इनडोर प्रदूषण आज के समय में आउटडोर प्रदूषण से ज़्यादा ख़तरनाक साबित हो रहा है, क्योंकि हम 24 घंटे इसके साथ ही रहते हैं।
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सफाई के उत्पाद - सफाई के उत्पाद, पेंट, सुगंधित और सिंथेटिक मोमबत्तियों में बहुत तेज़ गंध होती है, जो खतरनाक साबित हो सकती है और घर के अंदर प्रदूषण का कारण बन सकती है।
तम्बाकू का सेवन - घर के अंदर सिगरेट या बीड़ी पीने से परिवार के हर सदस्य के फेफड़े खराब होते हैं।
खाना बनाते समय - कुछ लोग कोयला, केरोसिन या बायोमास का इस्तेमाल करके खाना बनाते हैं, जिससे घर के अंदर वायु प्रदूषण फैलता है।
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