मिर्जापुर में पहली बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी। नटवा रेलवे पुल के नीचे जलभराव होने से कई ट्रक फंस गए, जिससे लंबा जाम लग गया। क्रेन की मदद से ट्रकों को बाहर निकाला गया। जिलाधिकारी ने पंपिंग सेट लगवाकर जलभराव कम करवाया। जल निगम की लापरवाही के चलते कई जगह सड़कें धंस गईं, जिससे लोगों में आक्रोश है।
मिर्जापुर। जिले में मानसून की पहली बारिश ने नगर प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। गुरुवार रात हुई तेज बारिश के चलते नटवा रेलवे पुल के नीचे भी भारी जलभराव हो गया, जिससे कई ट्रक पानी में घुसते ही बंद हो गए।)
वाहनों के फ्यूल टैंक में पानी घुस गया। ऐसे में कई घंटों की मशक्कत के बाद भी जब ट्रक स्टार्ट नहीं हुए तो चारों तरफ से वाहनों की कतार लग गई। सुबह होते-होते नो-एंट्री खत्म हो गई लेकिन ट्रक जस के तस खड़े रहे। ऐसे में पथरहिया से नटवां, बथुआ से गांधी घाट के आगे लोहंदी, विंध्याचल से नटवा और नटवा तिराहा से औराई तक वाहनों के पहिए थम गए। अंत में ट्रकों को हटाने के लिए क्रेन बुलानी पड़ी। तब जाकर कुछ राहत मिली।
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डीएम मौके पर पहुंचीं, जलभराव समाप्त करने के लिए पंपिंग सेट लगाना पड़ा
नटवां तिराहा पर जलभराव के कारण दो वाहन वहां फंस जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया। हालांकि क्रेन की मदद से ट्रकों को बाहर निकाल लिया गया। ऐसे में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एनएच के एई देवेंद्र को सख्त चेतावनी भी दी।
इसके बाद नगर पालिका प्रशासन को निर्देश दिए गए, जिसके बाद जलभराव समाप्त करने के लिए अलग से पंपिंग सेट लगाया गया। इसके एक घंटे बाद यातायात बहाल हो सका। पहली बारिश में ही शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों पर जगह-जगह पानी भरा नजर आया। कलेक्ट्रेट परिसर में भी जलभराव से अधिवक्ता और वादकारी परेशान रहे।
जल निगम की लापरवाही से कई जगह धंसी सड़कें
शहर के लोग जल निगम को कोसते रहे। दरअसल, जल निगम नगरी की ओर से शहर के विभिन्न वार्डों में सीवर और पेयजल पाइप के लिए सड़कें खोदी गई हैं, लेकिन उसकी ठीक से मरम्मत नहीं की गई। ऐसे में इमामबाड़ा तिराहा पर सड़क धंस गई। वहीं, लालडिग्गी में सड़क धंसने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के लोगों ने जल निगम को जमकर कोसा, क्योंकि सड़क कहीं ऊंची तो कहीं नीची थी। लोगों का आरोप है कि सड़क कई और जगहों पर धंसेगी, क्योंकि जल निगम की ओर से काफी लापरवाही बरती गई है। आरोप यह भी है कि काम पूरा होने के बाद भी कई इलाकों में इनकी मरम्मत तक नहीं की गई, जबकि पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है।
कभी सीवर तो कभी पानी की पाइप बिछाने के लिए सड़क खोदी गई, लेकिन उसकी मरम्मत नहीं की गई। ऐसे में सड़कों पर गड्ढे होने से जलभराव हो रहा है। - राजेंद्र कुमार केसरवानी, मिर्जापुर।
नगर पालिका ने नाले की सफाई तो करा दी लेकिन सिल्ट बगल में ही छोड़ दी गई, इसलिए बारिश के बाद सारी सिल्ट फिर नाले में बहेगी, इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। -निर्भयराज जायसवाल, मिर्जापुर।
जल निगम द्वारा सड़कों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया है। जगह-जगह खुदाई तो कर दी गई लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई गई, इसलिए अब सड़कें जगह-जगह धंसने लगी हैं। -मोनू विश्वकर्मा, मिर्जापुर।
शर्म की बात है कि टैक्स देने के बावजूद नगर के लोगों को जाम और बदबूदार पानी का सामना करना पड़ता है। इसकी निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। -बंटू जायसवाल, मिर्जापुर।
एनएच की भूमिगत पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से पानी आगे न जाकर नटवा अंडरपास में जमा हो गया, जिसे नगर पालिका ने तत्काल मड पंप और पंपिंग सेट लगाकर निकलवाया। -जी लाल, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, मिर्जापुर।
शास्त्री पुल पर घंटों बाधित रहा आवागमन
मिर्जापुर-औराई मार्ग पर जाम के कारण घंटों आवागमन बाधित रहा। सागरपुर गांव तक तथा चील्ह-गोपीगंज मार्ग पर मवैया गांव के पास छोटे-बड़े वाहनों की कतार लग गई। इसको देखते हुए मिर्जापुर, विंध्याचल, विजयपुर व दूरदराज जाने वाले सभी वाहन भटौली गंगा पुल पार कर कछवा होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचे। कई लोगों ने अपनी यात्रा भी स्थगित कर दी।