ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने कहा कि रूस, ईरान और वेनेजुएला जैसे देशों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण डॉलर आधारित भुगतान अवरुद्ध हो गया है, जिससे भारत और चीन जैसे देशों को रूस के साथ स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
अमेरिका की आर्थिक और भू-राजनीतिक कार्रवाइयों ने देशों को डॉलर के अलावा अन्य मुद्राओं में व्यापार करने के लिए प्रेरित किया है। आर्थिक शोध संस्थान जीटीआरआई ने शुक्रवार को यह बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी डॉलर के अलावा अन्य मुद्राओं में व्यापार करने वाले सभी ब्रिक्स देशों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाने का प्रस्ताव दिया है।
भारत, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान ब्रिक्स के सदस्य हैं। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने कहा कि रूस, ईरान और वेनेजुएला जैसे देशों पर अमेरिकी प्रतिबंधों ने डॉलर-आधारित भुगतान को अवरुद्ध कर दिया है,
जिससे भारत और चीन जैसे देश रूस के साथ स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।