गुरुग्राम में पकड़े गए अवैध बांग्लादेशियों के मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत की संप्रभुता और संविधान के खिलाफ कोई भी समझौता न तो हरियाणा में और न ही देश में स्वीकार्य है।
गुरुग्राम पुलिस ने 10 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है। उनके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गुरुग्राम पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि हिरासत में लिए गए बांग्लादेशियों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं, गुरुग्राम में अवैध बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि हरियाणा में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है।
सीएम नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द राज्य से बाहर निकाला जा रहा है। देश की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों के प्रति पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सहानुभूति न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि राष्ट्रीय हितों के भी विरुद्ध है।
हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है - नायब सिंह सैनी
उन्होंने आगे कहा, "यह बेहद निंदनीय है कि एक मुख्यमंत्री तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के चलते इस हद तक गिर जाए कि वह देश की सुरक्षा से भी समझौता करने लगे। भारत की एकता, संप्रभुता और संविधान के विरुद्ध कोई भी समझौता न तो हरियाणा में और न ही देश में स्वीकार्य है।" हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है और हमेशा रहेगा।"
अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान
बता दें कि इन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने बताया कि इन लोगों के पास से कुछ भारतीय और बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद हुए हैं। अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस घरेलू कामगारों, रेहड़ी-पटरी वालों, किरायेदारों और निर्माण स्थलों पर रहने वाले लोगों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों की पहचान की जाँच कर रही है।