प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों मालदीव के दौरे पर हैं, जहाँ उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को मज़बूत करने की बात की। राजकीय भोज के दौरान, मालदीव के राष्ट्रपति ने इस मज़बूत दोस्ती के लिए आभार भी व्यक्त किया।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने हिंद महासागर को मालदीव और भारत के दीर्घकालिक संबंधों का जीवंत प्रमाण बताया और कहा कि दोनों देशों ने एक मज़बूत और अटूट बंधन स्थापित किया है, जो कूटनीति से परे है। शुक्रवार (24 जुलाई, 2025) की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में आयोजित राजकीय भोज के दौरान, मुइज़्ज़ू ने भारत सरकार के निरंतर समर्थन और मज़बूत दोस्ती के लिए आभार व्यक्त किया।
मालदीव और भारत के बीच 60 वर्षों के राजनयिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए, मुइज़्ज़ू ने इसे साझा इतिहास और स्थायी साझेदारी का प्रतिबिंब बताया। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मुइज़्ज़ू ने कहा कि मालदीव और भारत के बीच संबंध औपचारिक कूटनीति से परे हैं और सदियों पुराने गहरे संबंध हैं।
शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध
उन्होंने कहा कि मालदीव सरकार एक समावेशी और गतिशील अर्थव्यवस्था के निर्माण, युवाओं को सशक्त बनाने और क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने स्वीकार किया कि इन महत्वाकांक्षाओं को साकार करने में भारत की साझेदारी महत्वपूर्ण है।
इस विशेष संबंध को और मज़बूत करने की मालदीव की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, मुइज़्ज़ू ने एक समृद्ध मालदीव-भारत साझेदारी की कामना की जो दोनों देशों में स्थायी शांति और समृद्धि लाए। इससे पहले, मोदी और मुइज़्ज़ू ने व्यापार, रक्षा और समुद्री सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने पर केंद्रित व्यापक वार्ता की।
मालदीव के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन के बाद मालदीव की यात्रा पर पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने भारत और मालदीव के बीच संबंधों को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का सच्चा मित्र होने पर गर्व है। वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज़्ज़ू ने भी प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने नरेंद्र मोदी को भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बनने पर बधाई भी दी।