नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को प्रगति मैदान के भारत मंडपम में 7वीं भारतीय मोबाइल कांग्रेस-2023 का उद्घाटन किया है। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी देशभर में शैक्षणिक संस्थानों को 100 ‘5जी यूज केस लैब्स’ प्रदान किया। इन प्रयोगशालाओं को ‘100 5जी लैब्स पहल’ के तहत विकसित किया जा रहा है। 5जी अनुप्रयोगों के विकास को प्रोत्साहित करके 5जी तकनीक से जुड़े अवसरों को साकार करने की एक कोशिश ‘100 5जी लैब पहल’ है। जो भारत की विशिष्ट जरूरतों के साथ-साथ वैश्विक मांगों को भी पूरा करेगा। यह अनूठी पहल शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, बिजली, परिवहन जैसे विभिन्न सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देगी और देश को 5जी तकनीक के उपयोग में आगे ले जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति मैदान के भारत मंडपम में 7वीं भारतीय मोबाइल कांग्रेस-2023 का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इससे जुड़ी एक प्रदर्शनी में पहुंचे। जहां उनको नई टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी गई।

यह पहल देश में 6जी-रेडी शैक्षणिक और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बनाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल स्वदेशी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के विकास की दिशा में एक कदम है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है, जो 27 से 29 अक्टूबर, 2023 तक आयोजित हो रहा है। यह आयोजन दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में भारत की अविश्वसनीय प्रगति को रेखांकित करने, महत्वपूर्ण घोषणाएँ करने तथा स्टार्ट-अप को अपने नवीन उत्पादों और समाधानों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा।

भारत मंडपम से शुरू हुई 7वीं मोबाइल कांग्रेस में देश के सबसे बड़े उद्योगपति शामिल हो रहे हैं। केंद्रीय आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। ये कार्यक्रम 29 अक्टूबर तक आयोजित होगा। इसमें दूरसंचार और प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति को पेश करने का मौका मिलेगा। भारत मंडपम से शुरू हुई 7वीं मोबाइल कांग्रेस में रिलायंस जियो के आकाश अंबानी ने कंपनी की स्पेस फाइबर तकनीक के बारे में पीए मोदी को जानकारी दी। जो 1 जीबी प्रति सेकंड तक की गति देने में सक्षम है। जियो भारत फोन को भी इंडियन मोबाइल कांग्रेस-2023 में भी प्रदर्शित किया गया।
‘ये भी जानिए...................
वैश्विक डिजिटल नवाचार’ थीम के साथ आईएमसी 2023 का लक्ष्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकासकर्ता, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है। तीन दिनों की कांग्रेस में 5जी, 6जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला जाएगा और सेमीकंडक्टर उद्योग, हरित प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा आदि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस वर्ष आईएमसी एक स्टार्टअप कार्यक्रम- ‘एस्पायर’ शुरू कर रहा है। यह कार्यक्रम नई उद्यमिता पहल और सहयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्टार्टअप, निवेशकों और स्थापित व्यवसायों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देगा। आईएमसी 2023 में लगभग 22 देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे. जिनमें लगभग 5000 सीईओ स्तर के प्रतिनिधि, 230 प्रस्तुतिकर्ता, 400 स्टार्टअप और अन्य हितधारक शामिल हो रहे हैं।