नई दिल्ली । मोबाइल फोन यूजर्स को हैक दुष्परिणामों से आगाह करने के लिए सरकारी एजेंसी सीईआरटी-इन ने मोबाइल में मौजूद वल्नेरेबिलिटी को लेकर चेतावनी जारी की है। एप्पल, सैमसंग और दूसरे स्मार्टफोन्स को लेकर सरकारी एजेंसी सीईआरटी-इन ने कहा है कि एनड्रायड और आईओएस डिवाइसेस को लगातार अपडेट करने के बाद भी कभी-कभी कुछ वल्नेरेबिलिटीज रह जाती हैं जिससे हैकर्स सेंधमारी का खतरा बना रह सकता हैं।
भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने इस हफ्ते सैमसंग और ऐपल यूजर्स के लिए कई वल्नेरेबिलिटी की लिस्ट जारी की है। ये खामिया यूजर्स की सेंसिटिव जानकारी को रिस्क में डाल सकते हैं। 15 दिसंबर को जारी सीईआरटी-इन ने अपने नोट में एप्पल प्रोडक्ट्स में कई वल्नेरेबिलिटी के बारे में बताया है कि इनका असर आईफोन आई पेड, मेक, एप्पल टीवी, एप्पल वॉच और सफारी वेब ब्राउजर्स पर पड़ेगा। सीईआरटी-इन के मुताबिक, आईपेड ओएस और आईओएस के 16.7.3 और 17.2 से पहले के वर्जन पर काम कर रहे फोन्स रिस्क पर हैं।
वहीं 14.2 से पहले के मेकओएस सोनोमा वर्जन, 13.6.3 से पहले के मेकओएस वेन्चुरा वर्जन, 12.7.2 से पहले के मेकओएस मोण्टरे वर्जन, 17.2 से पहले के टीवीओएस वर्जन, 10.2 से पहले के वॉचओएस वर्जन और 17.2 से पहले के सफारी वर्जन हाई रिस्क पर हैं। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के अंतरगत आने वाली सिक्योरिटी एजेंसी ने दो वल्नेरेबिलिटीज के बारे में सीवीई-2023-42916 और सीवीई-2023-42917 में बताया है।
इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके सिस्टम में एंट्री कर सकते हैं। इनसे बचने के लिए आपको लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच्स और सॉफ्टवेयर अपडेट्स को डाउनलोड करना होगा। इसी तरह से 13 दिसंबर को सीईआरटी-इन ने सैमसंग यूजर्स के लिए वॉर्निंग जारी की थी। एजेंसी ने एनड्रायड 11 से एनड्रायड 14 तक पर काम करने वाले सभी सैमसंग यूजर्स को हाई रिस्क में बताया था। सीईआरटी-इन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अटैकर्स इन खामियों का फायदा उठाकर यूजर्स की सेसिटिव इन्फॉर्मेशन एक्सेस कर सकते हैं।