उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के ऊपर झंडा फहराने के बाद PM मोदी ने कहा कि सदियों के ज़ख्म भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरा भारत राम से भरा है। भगवान राम हमें मतभेदों से नहीं बल्कि भावनाओं से जोड़ते हैं। धर्मध्वजा हमें दूर से ही रामलला के दर्शन कराएगी।
PM मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के ऊपर झंडा फहराया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। राम मंदिर के ऊपर झंडा फहराने के बाद PM मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया राम से भर गई है। राम भक्तों के दिलों में अपार संतोष है। सदियों के ज़ख्म भर रहे हैं।
राम भक्तों के दिलों में अनोखा संतोष: PM मोदी
PM मोदी ने कहा कि आज अयोध्या नगरी सांस्कृतिक चेतना में एक और मोड़ देख रही है। पूरा भारत, पूरी दुनिया राम से भरी है। राम भक्तों के दिलों में अनोखा संतोष है। सदियों के ज़ख्म भर रहे हैं, सदियों का दर्द आज खत्म हो रहा है। सदियों का संकल्प आज पूरा हो रहा है। आज उस यज्ञ का समापन है जिसकी अग्नि 500 साल से जल रही थी।
PM मोदी ने कहा कि यह धर्मध्वजा सिर्फ एक झंडा नहीं है; यह भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का झंडा है। इसका केसरिया रंग, सूर्यवंश की शान, इस पर लिखा ओम शब्द और इस पर लिखा कोविदार वृक्ष रामराज्य की शान का प्रतीक है। यह झंडा एक संकल्प है, एक सफलता है! यह झंडा संघर्ष से सृजन की गाथा है, सदियों से चले आ रहे सपनों का मूर्त रूप है। यह झंडा संतों की साधना और समाज की भागीदारी का सार्थक समापन है।
प्राण चला जाए, पर वचन न टूटे: PM मोदी
PM मोदी ने कहा कि यह धर्मध्वजा प्रेरणा देगी कि प्राण चले जाएं, पर वचन न टूटे, यानी जो कहा है वो करना चाहिए। यह धर्मध्वजा संदेश देगी: "कर्मप्रधान विश्व रचि राखा," यानी दुनिया में कर्म और कर्तव्य की ही जीत होनी चाहिए। यह धर्मध्वजा कामना करेगी: “बैर न बिग्रह आस न त्रसा, सुखमय ताहि सदा सब आसा,” यानी भेदभाव, दुख और पीड़ा से मुक्ति और समाज में सुख-शांति हो।
PM मोदी ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि राम मंदिर का यह दिव्य प्रांगण भारत की सामूहिक शक्ति की चेतना का भी स्थान बन रहा है। यहां सात मंदिर बनाए गए हैं। माता शबरी का मंदिर यहां बना है, जो आदिवासी समाज के प्रेम और मेहमाननवाज़ी का प्रतीक है। निषादराज का मंदिर यहां बना है, यह उस दोस्ती का गवाह है जो साधन की नहीं, साध्य और उसकी भावना की पूजा करती है।”
PM मोदी ने कहा कि यहां जटायु और गिलहरी की मूर्तियां भी हैं, जो बड़े संकल्पों की सिद्धि के लिए हर छोटी कोशिश के महत्व को दिखाती हैं। यहां एक ही जगह माता अहिल्या, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य और संत तुलसीदास हैं। रामलला के साथ-साथ इन सभी ऋषियों के दर्शन भी यहां होते हैं।
हमें 2047 तक एक विकसित भारत बनाना है: PM मोदी
PM मोदी ने कहा कि पिछले 11 सालों में महिलाओं, दलितों, पिछड़े वर्गों, बहुत पिछड़े वर्गों, आदिवासी समुदायों, वंचितों, किसानों, मजदूरों और युवाओं समेत समाज के हर वर्ग को विकास के केंद्र में रखा गया है। जब देश का हर व्यक्ति, हर वर्ग और हर क्षेत्र सशक्त होगा, तो इस लक्ष्य को पाने में सभी की मेहनत लगेगी और सभी की मेहनत से ही हम 2047 तक एक विकसित भारत बना पाएंगे, जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा।
भगवान राम और अयोध्या के बारे में उन्होंने यह कहा
PM मोदी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि हमारे राम हमें भेदभाव से नहीं, बल्कि भावनाओं से जोड़ते हैं। उनके लिए व्यक्ति की भक्ति महत्वपूर्ण है, उसका वंश नहीं। वह वंश नहीं, मूल्यों को महत्व देते हैं। वह सत्ता नहीं, सहयोग को महत्व देते हैं। आज हम भी इसी भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। PM मोदी ने कहा कि आज अयोध्या एक बार फिर दुनिया के लिए मिसाल बनने वाला शहर बन रहा है। त्रेता युग की अयोध्या ने मानवता को सिद्धांत दिए। 21वीं सदी की अयोध्या मानवता को विकास का एक नया मॉडल दे रही है। पहले अयोध्या गरिमा का केंद्र था। अब अयोध्या विकसित भारत की रीढ़ की हड्डी के रूप में उभर रहा है।